वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 5 जुलाई को आम बजट पेश करेंगी. माना जा रहा है कि बजट में अन्य मुद्दों के साथ अर्थव्यवस्था को सुस्ती से उबारने, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में नगदी के संकट और कृषि क्षेत्र के सामने पेश आ रही चुनौतियों से निपटने के उपाय किए जाएंगे. 'जी बिजनेस' ने अपने खास कार्यक्रम 'दिल चाहता है' में बजट 2019 को लेकर एग्रो केमिकल सेक्‍टर की उम्‍मीदों पर धानुका एग्रीटेक के चेयरमैन आरजी अग्रवाल से खास बातचीत की.

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आरजी अग्रवाल ने कहा कि देश के कृषि क्षेत्र में उत्‍पादन काफी कम है. साथ ही पेस्टिसाइड कंज्‍मशन भी काफी कम है. देश में औसत कंज्‍मशन 600 ग्राम प्रति हेक्‍टेयर है. देश में 30 फीसदी खेतों में ही पेस्टिसाइड इस्‍तेमाल हो रहा है. बाकी इलाकों में ट्रांसपोर्टेशन का साधन न होने के कारण पेस्टिसाइड नहीं पहुंच पा रहा है. लेकिन अब सरकार इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर पर फोकस कर रही है. हाईवे व राज्‍य मार्ग का निर्माण हो रहा है. इससे पूरे देश में खेतों तक पेस्टिसाइट की पहुंच हो पाएगी.

नए इलाकों में विस्‍तार में मदद मिलेगी

अग्रवाल ने कहा कि इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर डेवलपमेंट से धानुका एग्रीटेक को भी नए इलाकों में विस्‍तार करने में मदद मिलेगी. कंपनी की पहुंच 1 करोड़ किसानों तक है. इस साल कंपनी का लक्ष्‍य है कि वह सवा करोड़ किसानों तक पहुंच बना पाए.

धानुका एग्रीटेक

अग्रवाल ने बताया कि धानुका एग्रीटेक एग्रो केमिकल और कीटनाशक बनाती है. कंपनी का नेटवर्क 7000 डिस्ट्रिब्‍यूटर का है. कंपनी ने प्रोडेक्‍ट डेवलपमेंट के लिए अंतरराष्‍ट्रीय कंपनियों के साथ करार किया है. इनमें अमेरिका की 4 कंपनियां, जापान की 5 और यूरोप की 2 कंपनियां शामिल हैं. 

बजट की तैयारियां तेज

बजट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में वित्त मंत्रालय के सचिवों, कुछ अन्य मंत्रालयों के सचिवों और नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) से मुलाकात कर केंद्रीय बजट 2019-20 और अर्थव्यवस्था के लिए आगे की योजनाओं पर चर्चा की. दूसरी बार प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद मोदी की खास सचिवों के साथ यह दूसरी बैठक थी.