दिवाली से पहले किसानों को सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है. सरकार ने रबी सीजन के लिए फर्टिलाइजर सब्सिडी को मंजूरी दे दी है. इससे देश के 12 करोड़ किसानों को फायदा होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंदीय कैबिनेट और सीसीईए की बैठक में इससे जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है. सरकार के इस फैसले से किसानों को काफी राहत मिलेगी. इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती हुई फर्टिलाइजर की तेजी से बढ़ रही कीमतों का खामियाजा भारत के किसानों को नहीं उठाना पड़ेगा और उन्‍हें खाद रियायती दरों पर मिलती रहेगी. हालांकि सरकारी खजाने पर इससे 22,303 करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा.

एनबीएस पॉलिसी के तहत फिक्स किए गए रेट

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केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बैठक के बाद कहा कि न्यूट्रिएंट बेस्ट सब्सिडी (एनबीएस) पॉलिसी के तहत फिक्स किए गए रेट रबी के सीजन के लिए एक अक्टूबर से 31 मार्च 2024 तक रहेंगे. न्यूट्रिएंट बेस्ड फर्टिलाइजर के तहत किसानों को सस्ते दामों पर खाद उपलब्ध कराने के लिए सरकार महंगे खाद को सस्ते दाम बेचने के लिए सब्सिडी देती है. खाद बनाने वाली कंपनियों को अपनी तरफ से पैसा देती है.

ये हैं नई दरें

एनबीएस के तहत नाइट्रोजन (एन), फॉस्फोरस (पी), पोटाश (के) और सल्फर (एस) के लिए सब्सिडी दरें तय की जाती है. आगामी रबी सीजन के लिए नाइट्रोजन पर प्रति किलो 47.2 रुपए, फॉस्फोरस पर 20.82 रुपए, पोटाश पर 2.38 रुपए और सल्फर पर 1.89 रुपए प्रति किलो सब्सिडी दी जाएगी. 

बता दें कि सरकार ने 22,303 करोड़ की फर्टिलाइजर सब्सिडी को मंजूरी दी है. NPK Fertiliser के लिए रबी सीजन नई फर्टिलाइजर सब्सिडी को मंजूरी दे दी है. रबी सीजन के लिए DAP पर 4,500 रुपए प्रति टन अतिरिक्त सब्सिडी भी दी जाएगी. विंटर सीजन में समान कीमत पर कॉम्प्लेक्स फर्टिलाइजर उपलब्ध होंगे. 

 

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