त्योहारी सीजन के शुरुआत में ही Tata Steel के कर्मचारियों की बल्ले बल्ले हो गई है. टाटा स्टील अपने सभी संयंत्रों में अपने कर्मचारियों को पिछले वित्तीय वर्ष में हुए बंपर मुनाफे के दम पर 2020-21 के लिए रिकॉर्ड बोनस का गिफ्ट देने जा रही है.

पिछले साल के मुकाबले 35 करोड़ ज्यादा

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कंपनी मैनेजमेंट और टाटा वर्कर्स यूनियन (TWU) ने बुधवार को वित्तीय वर्ष के लिए सालाना बोनस के रूप में 270.28 करोड़ रुपये के भुगतान के लिए एक मेमोरेंडम पर हस्ताक्षर किए, जो 2019 में 235.54 करोड़ रुपये के भुगतान के मुकाबले 35 करोड़ रुपये ज्यादा है.

अधिकतम 3.59 लाख रुपए बोनस

टाटा स्टील ने पिछले वित्त वर्ष में एक साल पहले 6,744 करोड़ रुपये के मुकाबले 13,707 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था, जो 100 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि थी. इस साल की औसत बोनस राशि 1.26 लाख रुपये है, जिसमें पुराने ग्रेड के कर्मचारियों के लिए अधिकतम 3.59 लाख रुपये और नए ग्रेड में वास्तविक उपस्थिति पर अधिकतम राशि 92,910 रुपये है. फुल अटेंडेंस पर न्यूनतम बोनस 34,290 रुपये है.

'पूजा' से काफी पहले बोनस 

बता दें कि बोनस आम तौर पर 'पूजा' के दौरान किया जाता है, लेकिन टाटा स्टील की ओर से बोनस का ये भुगतान त्योहारी सीजन के शुरुआत में ही बहुत पहले किया जा रहा है. समझौते के दौरान टाटा स्टील के CEO और निदेशक टी.वी. नरेंद्रन और टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी के बीच करार पर हस्ताक्षर किए गए.

प्रॉफिटेबिलिटी और प्रोडक्टिविटी का आधार 

बोनस की निधि नेट प्रॉफिट के अलावा, कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी और कर्मचारियों की प्रोडक्टिविटी से निर्धारित किया गया गया है. संघ और प्रबंधन ने वित्तीय वर्ष 2017-18, 2018-19 और 2019-20 के लिए लागू मौजूदा वार्षिक बोनस योजना को वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए भी जारी रखने और 1.5 प्रतिशत के आधार पर वार्षिक बोनस का भुगतान करने के लिए पारस्परिक रूप से सहमति व्यक्त की है

कठिन दौर में भी बनस का तोहफा

ये 270.28 करोड़ रुपए की बोनस राशि, प्रॉफिटेबिलिटी (बिक्री योग्य स्टील का प्रति टन लाभ), उत्पादकता (प्रति कर्मचारी प्रति वर्ष कच्चे स्टील टन) के प्रदर्शन उपलब्धि पर आधारित थी. जमशेदपुर में जिन कर्मचारियों को बोनस का भुगतान किया जाएगा, उनकी कुल संख्या 12,558 है, जिसमें ट्यूब डिवीजन के कर्मचारी शामिल हैं. कंपनी के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि "कठिन वर्ष" के बावजूद, कंपनी ने कर्मचारियों को पूरा बोनस देने की अपनी "तीन साल की प्रतिबद्धता" को बरकरार रखा है