किसानों को घर बैठे मिलेंगे केसर के खरीदार, होगी अच्छी कमाई, ई- पोर्टल लॉन्च
केसर को कुंकुम, जाफरान या सेफ्रॉन (saffron) कहते हैं. यह बहुत महंगा होता है इसलिए इसे इसे लाल सोना भी कहा जाता है. केसर की खेती भारत में जम्मू के किश्तवाड़ (Kishtwar), श्रीनगर, बडगांव (Budgam) और पंपोर (Pampore) में करीब 3200 हेक्टेयर में होती है.
Updated on: August 26, 2020, 04.01 PM IST
केसर की कीमत इसकी क्वालिटी पर निर्भर करती है. कश्मीरी केसर का मूल्य 1.5 से 3 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक है. केसर की फसल से लगभग 2.5 से 3 किलो सूखी केसर प्रति हेक्टेयर उत्पादन हो सकता है.
किश्तवाड़, बडगाम, श्रीनगर और पंपोर (पुलवामा) के खेतों में लाल सोना (Red Gold) तैयार हो रहा है. केसर के पौधो में अक्टूबर के पहले सप्ताह फूल लगाने शुरू हो जाते हैं. इसके बाद नवंबर में केसर बिक्री के लिए तैयार हो जाता है.
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ई-मार्केटिंग की सुविधा
इस कीमती फसल को बेचने के लिए किसानों को इधर-उधर भटकना न पड़े इसके लिए सरकार इस बार किसानों को ई-मार्केटिंग सुविधा देने जा रही है. जम्मू-कश्मीर के कृषि विभाग ने केसर की बिक्री के लिए ई-नीलामी पोर्टल लॉन्च किया है. इसके लिए केसर की खेती करने वाले किसानों का रिकॉर्ड ऑनलाइन किया गया है.
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किसानों की आमदनी में इजाफा
नवंबर से किसान मंडियों से सीधा संपर्क कर केसर बेच सकेंगे और कीमत भी ऑनलाइन ले सकेंगे. किसानों को यह फायदा होगा कि वह बिचौलियों के बजाय खुद ही सीधे मंडियों में फसल बेच सकेंगे और उन्हें कमीशन नहीं देना पड़ेगा. इससे किसानों की इनकम में इजाफा होगा.
सरकार की तरफ से केसर मिशन के तहत कश्मीरी केसर को बढ़ावा देने के लिए जीआई टैगिंग शुरू की गई है. केसर की बिक्री के दौरान इसकी पैकिंग में जीआई टैगिंग का जिक्र होगा. जीआई टैगिंग का मतलब कि केसर बिना किसी मिलावट के पूरी तरह से शुद्ध है. जीआई टैगिंग से किसानों को केसर के ज्यादा दाम मिलेंगे.
राज्य के कृषि विभाग नेकहा कि वह इंडिया इंटरनेशनल कश्मीर केसर ट्रेडिंग सेंटर (IIKSTC) के पैन इंडिया ई-ऑक्शन पोर्टल के माध्यम से जीआई-टैगे कश्मीर केसर (GI-tagged Kashmir Saffron) के व्यापार को बढ़ावा देने की योजना बना रहा है.
कृषि विभाग ने बताया कि उसने कश्मीर घाटी किसानों और देशभर के खरीदारों से ई- नीलामी पोर्टल www.saffroneauctionindia.com पर ई-ट्रेडिंग के लिए रजिस्टर्ड करने की अपील की है.
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ईरान में होती है सबसे ज्यादा खेती
इस समय दुनिया में सबसे ज्यादा केसर ईरान में पैदा होता है. यहां 30,000 हेक्टेयर जमीन पर 300 टन से ज्यादा केसर हर साल पैदा होता है. इसके बाद कश्मीर का नंबर आता है. हालांकि क्वालिटी के मामले में कश्मीरी केसर की ज्यादा मांग है.