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Anti covid Drug 2-DG: कोरोना मरीजों पर कैसे काम करती है ये दवा, कितनी डोज लेनी होगी? जानिए हर सवाल का जवाब 

DRDO anti covid Drug 2-DG: DRDO की ओर से डेवलप की गई एंटी-कोविड दवा 2-DG (2-deoxy-D-glucose) कोरोना मरीजों के इलाज की एक नई किरण बनकर उभरी है.
Updated on: May 17, 2021, 01.27 PM IST
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कैसे काम करती है 2-DG?

कोविड19 के इलाज के लिए यह दवा सैशे में पाउडर के रूप में आती है. कोरोना मरीज को इसे पानी में घोलकर लेना होता है. रक्षा मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, यह दवा कोरोना वायरस से संक्रमित कोशिकाओं में जमा होती है और वायरल सिंथेसिस और एनर्जी प्रोडक्‍शन को रोककर वायरस ग्रोथ को रोकती है. वायरस से संक्रमित कोशिकाओं में जाना इस दवा को सबसे कारगर बनाता है.   इसके असर के बारे में मंत्रालय का कहना है कि 2-DG से जिन मरीजों का इलाज हुआ, उनमें तेज रिकवरी हुई. वहीं, डीआरडीओ वैज्ञानिकों और स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय का कहना है कि दवा कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन देने पर निर्भरता को कम करती है.  DRDO के वैज्ञानिक डॉ. सुधीर चंदना के मुताबिक, यह दवा (2-DG) 2 आक्‍सी डी ग्‍लूकोज है. इस मॉलिक्‍यूल को लेने से वायरस की ग्रोथ कम हो जाती है. क्लिनिकल ग्रोथ में इसके अच्‍छे नतीजे आए हैं. दूसरे फेज के ट्रॉयल (मई 2020 से अक्‍टूबर 2020 तक हुए थे) में 2 से 3 दिन का फायदा रिकवरी स्‍टैंडर्ड केयर की तुलना में हो रहा था. फेज 3 ट्रायल में हमें इसका ऑक्‍सीजन निर्भरता तीसरे दिन 42 फीसदी रिकवरी है.

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कब और कितनी डोज लेनी होगी?

DRDO प्रमुख जी. सतीश रेड्डी के मुताबिक, 2-DG को ग्‍लूकोज की तरह पानी में घोलकर पीना है. इसे सुबह और शाम पीना है. इसे मरीज के वजन और डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन के आधार पर कम से कम 5-7 दिन सुबह-शाम 2 डोज लेनी है. दरअसल, यह दवा ग्लूकोज का एक सब्स्टिट्यूट है. अभी दवा को सेकेंडरी मेडिसिन की तरह इस्‍तेमाल करने की मंजूरी मिली है. यह दवा काफी हद तक ग्‍लूकोज जैसी है, मगर ग्‍लूकोज नहीं है. वायरस शरीर में पहुंचते ही अपनी कॉपी बनाना शुरू कर देता है, इसके लिए उसे एनर्जी चाहिए होती है जो उसे ग्‍लूकोज से मिलती है. जब यह दवा दी जाएगी तो वायरस इस ग्‍लूकोज एनालॉग को लेगा और उसी में फंस जाएगा. इसका नतीजा यह होगी वायरस की सिंथेसिस नहीं हो पाएगी और उसकी ग्रोथ रुक जाएगी. इस तरह नए वायरस का बनना बंद हो जाता है और साथ ही बाकी वायरस भी मरने लगते हैं. 

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अभी कहां-कहां है उपलब्‍ध? 

DRDO प्रमुख जी. सतीश रेड्डी ने कहा कि अभी सप्ताह में 10,000 के आस पास कुल उत्पादन होगा. 17 मई को  AIIMS, AFMS और DRDO अस्पतालों में दे रहे हैं. बाकी राज्यों को अगले चरण में देंगे. अभी थोड़ी देरी है. जून के पहले हफ्ते से सभी जगहों पर 2DG दवा उपलब्ध होगी.  इस दवा की कीमत कितनी होगी, इस पर फिलहाल कोई जानकारी सामने नहीं आई. चूंकि इस दवा का प्रोडक्‍शन डॉ. रेड्डीज करेगी, इसलिए माना जा रहा है कि कीमत का एलान भी वहीं करेगी. 

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किसने डेवलप की 2-DG?

प्रमुख डिफेंस रिसर्च लेबोरेट्री इंस्‍टीट्यूट ऑफ न्‍यूक्लियर मेडिसिन एाड एलाइड साइंसेस (INMAS) और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने डॉ. रेड्डीज लेबोरेट्रीज (DRL), हैदराबाद के साथ मिलकर इस दवा को डेवलप किया है. ड्रग्‍स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने इसके इमरजेंसी इस्‍तेमाल को मंजूरी दे दी.