पीसी ज्वेलर्स का एकल शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दिसंबर 2018 में समाप्त तीसरी तिमाही में करीब 15 प्रतिशत गिरकर 138.34 करोड़ रुपये रह गया. आय कम रहने से मुनाफा प्रभावित हुआ. पिछले वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर अवधि में उसका मुनाफा 162.7 करोड़ रुपये था. कंपनी ने बंबई शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, "समीक्षाधीन अवधि में उसकी कुल आय एक साल पहले की तीसरी तिमाही के 2,690.59 करोड़ रुपये से गिरकर 2018-19 की तीसरी तिमाही में 2,164 करोड़ रुपये रह गई. 

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1,200 करोड़ रुपये की गिरावट 

कपंनी ने शनिवार को कहा कि वह अपने निर्यात को कम करके अपने कारोबारी मॉडल में बदलाव पर काम कर रही है, जिसके चलते निर्यात कारोबार में सालाना आधार पर 1,200 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की गई है. पीसी ज्वेलर्स ने कहा कि उसके सकल मार्जिन में तिमाही के साथ-साथ सालाना आधार पर सुधार हुआ है. कुल बिक्री में घरेलू कारोबार का अधिक योगदान होने से मार्जिन में सुधार दर्ज किया गया है, जबकि निर्यात में गिरावट की वजह से मुनाफा गिरा है. कंपनी का घरेलू कारोबार तीसरी तिमाही के दौरान तीन प्रतिशत बढ़ा है.

 

 

जब शेयर 60 प्रतिशत लुढ़क गया था

पीसी ज्वेलर्स के शेयर पिछले साल फरवरी में एक दिन 60 प्रतिशत तक नीचे गिर गए थे. कंपनी के शेयर में भारी गिरावट के बाद एक समय पीसी ज्वैलर्स का मार्केट कैपिटल 11 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा घट गया था. दरअसल कंपनी के शेयर में यह गिरावट एक अफवाह के कारण आई. इसके बाद पीसी ज्वेलर्स के एमडी बलराम गर्ग ने सफाई दी कि किसी भी प्रमोटर ने शेयर की बिक्री नहीं की है और कंपनी में कोई फंडामेंटल चेंज नहीं हुआ है. बलराम गर्ग के बयान देने के बाद कंपनी के शेयर में गिरावट का दौर थमा और शेयर ने रिकवरी की थी.

(इनपुट एजेंसी से)