Patanjali Ayurved latest news: पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved Ltd) आने वाले समय में स्वास्थ्य (Health), शिक्षा (Education) और रिसर्च (Research) में कारोबार को आगे बढ़ाने में बड़ी तैयारी कर रही है. कंपनी इन क्षेत्रों में अपना निवेश बढ़ाएगी. साल 2025 तक कंपनी पतंजलि यूनिवर्सिटी, भारतीय शिक्षा बोर्ड, पतंजलि रिसर्च इंस्टीट्यूट (Patanjali Research Institute) के पतंजलि वेलनेस के जरिये इन क्षेत्रों में अपनी स्थिति को मजबूत करेगी. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पतंजलि यूनिवर्सिटी में 1 लाख स्टूडेंट्स की क्षमता होगी 

हरिद्वार मुख्यालय वाली कंपनी पतंजलि यूनिवर्सिटी के जरिये हजारों स्कूलों को भारतीय शिक्षा बोर्ड के जरिए जोड़ा जाएगा. साथ ही पतंजलि रिसर्च इंस्टीट्यूट में हजारों करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. कंपनी देशभर में 10 हजार से ज्यादा पतंजलि वेलनेस सेंटर खोलेगी. बाद में इसे बढ़ाकर एक लाख किया जाएगा.

खाद्य तेल पर विशेष फोकस

पतंजलि आयुर्वेद का कहना है कि खाद्य तेल पर देश को आत्मनिर्भर होना बहुत जरूरी है. फिलहाल खाद्य तेल का बड़ी मात्रा में आयात किए जाने से देश का लाखों करोड़ रुपये देश से बाहर चला जाता है. कंपनी इस पर काम कर रही है. कंपनी की कोशिश है कि देश का पैसा देश में ही रहे. आम लोगों को खाने के तेल की महंगाई से राहत मिले और लाखों किसान परिवारों की आर्थिक मदद हो सके, पतंजलि आयुर्वेद इस पर काम कर रही है. कंपनी ने कहा कि वह तिलहनों (सोया, सूरजमुखी और पाम) की खेती और प्लांटेशन से लेकर प्रोडक्शन और मार्केटिंग की पूरी स्ट्रैटेजी तैयार कर ली है.

कंपनी का 2020-21 में टर्नओवर

पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में 9783.81 करोड़ रुपये, पतंजलि नेचुरल बिस्किट ने 650 करोड़ रुपये, दिव्य फार्मेसी ने 850 करोड़, पतंजलि एग्रो ने 1600 करोड़, पतंजलि परिवहन ने 548 करोड़ रुपये, पतंजलि ग्रामोद्योग ने 396 करोड़ रुपये का टर्नओवर हासिल किया है. 

ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें