महारत्न कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशनल लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही के लिए रिजल्ट (HPCL Q1 Results) का ऐलान किया है. तिमाही आधार पर प्रॉफिट 92.5 फीसदी उछाल के साथ 6204 करोड़ रुपए रहा. रेवेन्यू में 3.4 फीसदी की तेजी दर्ज की गई और यह 1.12 लाख करोड़ रुपए रहा. EBITDA भी डबल से ज्यादा रहा और यह 9655 करोड़ रुपए का रहा. मार्जिन में 4.5 फीसदी की बड़ी गिरावट दर्ज की गई और यह 8.6 फीसदी पर आ गया. रिजल्ट से पहले यह शेयर 3 फीसदी की गिरावट के साथ 276 रुपए (Hindustan Petroleum Share Price) पर बंद हुआ. 52 वीक का उच्चतम स्तर 310 रुपए और न्यूनतम स्तर 200 रुपए है. 

दशक का सबसे ज्यादा प्रॉफिट रहा

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BSE की वेबसाइट पर उपलब्ध डेटा के मुताबिक, HPCL ने जून तिमाही में 119044 करोड़ रुपए का रेवेन्यू दर्ज किया. स्टैंडअलोन आधार पर कंपनी का प्रॉफिट 6204 करोड़ रुपए का रहा जो एक दशक का उच्चतम स्तर रहा. मार्च तिमाही में यह 3223 करोड़ रुपए का रहा था. एक साल पहले समान तिमाही यानी जून 2022 तिमाही में कंपनी को 10197 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था. कंसोलिडेटेड आधार पर नेट प्रॉफिट 6766 करोड़ रुपए का रहा. एक साल पहले समान तिमाही में कंपनी को 8557 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था.

GRM 7.44 डॉलर प्रति बैरल रहा

अप्रैल-जून तिमाही में हिंदुस्तान पेट्रोलियम का GRM यानी ग्रॉस रिफाइनरी मार्जिन 7.44 डॉलर प्रति बैरल रहा. एक साल पहले  समान तिमाही में यह 16.69 डॉलर प्रति बैरल रहा था. पूरी तिमाही में कंपनी ने अब तक सबसे ज्यादा रिकॉर्ड 5.40 मिलियन मिट्रिक टन क्रूड का प्रोसेसिंग किया. विशाखापत्तनम रिफाइनरी की मदद से कंपनी की कैपेसिटी में 11 मिलियन मिट्रिक टन प्रोसेसिंग क्षमता का विस्तार हुआ.