देश में ई-वाणिज्य क्षेत्र का विस्तार तेजी से हो रहा है. 2021 तक इसका आकार 84 अरब डॉलर होने की उम्मीद है. वर्ष 2017 में यह 24 अरब डॉलर रहा था. डेलॉयट इंडिया और रिटेल एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा कि तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और जनांकिक समृद्धता के चलते देश में उपभोक्ता कारोबार का माहौल बेहतर है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

खुदरा बाजार में होगी वृद्धि

रिपोर्ट के अनुसार यह कारक देश में खुदरा बाजार की वृद्धि के लिए ईंधन का काम करेगा. यह भारत को एशिया में तीसरा और दुनिया में चौथा सबसे बड़ा खुदरा बाजार बनाने में मदद करेगा. भारत में खुदरा बाजार के 2021 तक बढ़कर 1,200 अरब डॉलर होने की संभावना है जो 2017 में 795 अरब डॉलर था. 

रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘देश में इंटरनेट की पहुंच बढ़ी है और बहुत सी अंतरराष्ट्रीय खुदरा कंपनियों ने भारत में अपना परिचालन शुरू किया है. 2017 में देश के खुदरा बाजार में संगठित खुदरा बाजार की हिस्सेदारी 12 प्रतिशत थी. 2021 तक इसके 22-25 प्रतिशत होने की उम्मीद है.

 

फोटो - रॉयटर्स

तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार बनने की राह पर

रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 तक देश में ई-वाणिज्य क्षेत्र का आकार बढ़कर 84 अरब डॉलर हो जाएगा जो 2017 में 24 अरब डॉलर था. यह सभी जानकारी ‘अनरैवलिंग द इंडियन कंज्यूमर’ रिपोर्टॉ में दी गई है. डेलॉइट इंडिया में सहायक अनिल तलरेजा ने कहा कि जहां तक भारतीय बाजार की क्षमता की बात है यह मजबूत बनी रहेगी और यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार बनने की राह पर है. 2021 तक इसके 1,200 अरब डॉलर का हो जाने की उम्मीद है.

(इनपुट एजेंसी से)