भारत-चीन सीमा विवाद ( India-China tension) पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने लोकसभा में कहा कि भारत-चीन सीमा अभी तक अनसुलझा है और ये एक जटिल समस्या है. उन्होंने कहा कि लद्दाख के पूर्वी सीमा पर विवाद है. चीन अरुणाचल प्रदेश में 90,000 वर्ग किलोमीटर पर भी अपना दावा ठोंक रहा है.

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रक्षा मंत्री का बयान

राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने कहा कि हमारे जवानों के हौसले पूरी तरह से बुलंद हैं और हम किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि चीन ने सीमा पर गोला-बारूद इकट्ठा कर लिया है, लेकिन हमारी सेना भी तैयार है.

संसद में राजनाथ सिंह ने कहा कि दोनों देशों को एलएसी का सम्मान और कड़ाई से पालन करना चाहिए. किसी भी पक्ष को अपनी तरफ से यथास्थिति का उल्लंघन करने का प्रयास नहीं करना चाहिए. 

संसद में दिए रक्षा मंत्री के बयान के लोग अपने-अपने तरीके से मायने निकाल रहे हैं. ऐसे ज़ी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने भी अपनी राय रखते हुए कहा कि रक्षा मंत्री का बयान इंटरनेशनल मीडिया में छाया हुआ है. चीन भी इसे सुन रहा है. 

 

भारत का स्टैंड न्यूट्रल

अनिल सिंघवी के मुताबिक, भारत के रक्षा मंत्री ने उकसाने वाली कोई भी बात नहीं की है. लेकिन उन्होंने यह भी साफ-साफ शब्दों में कहा है कि अभी तक स्थिति सामान्य नहीं हुई है, बातचीत चल रही है. 

अनिल सिंघवी ने रक्षा मंत्री के बयान का अध्ययन करने के बाद कहा है कि दोनों देशों के बीच कुछ भी ऐसा होने नहीं जा रहा है, जिससे दिक्कत पैदा हो. दोनों देश आराम से इस मसले को सुलझा लेंगे. 

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बाजार की स्थिति

रक्षा मंत्री के बयान के बाद मार्केट की स्थिति पर अनिल सिंघवी की राय है कि चीन के मामले पर भारत का रुख न्यूट्रल है और बाजार भी सामान्य रहेगा. अगर आगे सीमा पर तनाव घटने की खबर आती हैं तो बाजार आगे बढ़ेगा और अगर तनाव बढ़ने की खबर आती है तो बाजार पर ब्रेक लगेगा.