IIFL Finance Update: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने IIFL Finance पर बड़ा एक्शन लेते हुए नए गोल्ड लोन जारी करने पर रोक लगा दी थी. आरबीआई के एक्शन के बाद एनबीएफसी कंपनी के शेयर दो दिन में 40 फीसदी तक टूट गए हैं. पांच मार्च से ही IIFL के शेयर पर लोवर सर्किट लगा हुआ है. अब मुश्किल भरे वक्त में कंपनी के लिए राहत भरी खबर आई है. Fairfax India करीब IILFS पर करीब  1650 करोड़ रुपए का निवेश करेगी.

IIFL Finance Update: लिक्विडिटी सपोर्ट के लिए 1650 करोड़ रुपए का निवेश, निवेशकों में लिक्विडिटी की चिंताएं   

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स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में IIFL फाइनेंस ने बताया कि Fairfax India लिक्विडिटी सपोर्ट के लिए `1650 करोड़ रुपए का निवेश करेगी. फेयरफैक्स इंडिया RBI के एक्शन के बाद लिक्विडिटी सपोर्ट देने के लिए निवेश करेगी. कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि आरबीआई के प्रतिबंध के बाद कंपनी के निवेशकों और ऋणदाताओं में लिक्विडिटी से संबंधित चिंताएं हैं. इन चिंताओं के जवाब में, फेयरफैक्स इंडिया ने  200 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक का लिक्विडिटी सपोर्ट देने के लिए सहमति दी है. यदि जरूरत हुई तो नियामक मंजूरी ली जाएगी.   

IIFL Finance Update: कुल पोर्टफोलियों में 32 फीसदी गोल्ड लोन, कंपनी के ऑपरेशन्स का होगा स्पेशल ऑडिट

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा सुपरवाइजरी चिंताओं को देखते हुए IIFL फाइनेंस के लोन पर रोक लगाई है. लोन-टू वैल्यू रेश्यो में गड़बड़ियां पाई गई.  कंपनी के ऑपरेशन्स का स्पेशल ऑडिट होगा. स्पेशल ऑडिट के बाद आरबीआई प्रतिबंधों पर पुनर्विचार किया जाएगा. हालांकि, पहले से जारी गोल्ड लोन चलते रहेंगे. कंपनी के कुल पोर्टफोलियो में से गोल्ड लोन पोर्टफोलियो 32 % है. 31 दिसंबर 2023 तक गोल्ड लोन पोर्टफोलियो Rs 24700 cr का था. गोल्ड लोन में पिछले 4 साल में 30 फीसदी CAGR ग्रोथ थी.

IIFL Finance Update: 40 फीसदी तक टूट चुका है शेयर, एक साल में 15 फीसदी से ज्यादा की गिरावट

आरबीआई द्वारा प्रतिबंध की घोषणा के बाद से ही IIFL के शेयर पर लोअर सर्किट लगा है. कंपनी का शेयर मंगलवार को 20 फीसदी तक टूटा था. वहीं, खबर लिखे जाने तक भी शेयर में 20 फीसदी की गिरावट जारी है. कंपनी के शेयर ने निवेशकों को -15.80% का रिटर्न दिया है. आरबीआई के प्रतिबंधों के बाद ब्रोक्रेज फर्म जेफरीज ने IIFL के शेयर को बाय से डाउनग्रेड कर होल्ड कैटेगरी में रखा है. आरबीआई के प्रतिबंधों पर प्रतिक्रिया देते हुए कंपनी ने कहना है कि इसका फाइनेंशियल इम्पैक्ट का आंकलन करना मुश्किल है.