IDBI Bank Disinvestment: आईडीबीआई बैंक के विनिवेश की तैयारी तेज हो गई है. इस बैंक में रणनीतिक विनिवेश को लेकर सरकार ने एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट मंगाया है. इस बैंक में लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन और गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के पास 95 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी है. विनिवेश विभाग दीपम (DIPAM) की तरफ से शेयर की गई सूचना के मुताबिक, 31 मार्च 2022 तक आईडीबीआई बैंक में एलआईसी की हिस्सेदारी 49.24 फीसदी और सरकार की हिस्सेदारी 45.48 फीसदी है. 5.28 फीसदी हिस्सेदारी पब्लिक के पास है.

60.72 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी

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रिपोर्ट के मुताबिक, आईडीबीआई बैंक में सरकार और एलआईसी मिलकर 60.72 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी. सरकार 30.48 फीसदी और एलआईसी 30.24 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी. लिस्टेड प्राइवेट बैंक, नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कॉर्पोरेशन, सेबी रजिस्टर्ड AIF यानी अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड इसके लिए बोली लगा सकते हैं. इसके अलावा प्राइवेट इक्विटी फंड, फॉरन फंड और इन्वेस्टमेंट व्हीकल भी इसमें शामिल हो सकते हैं.

बिडर्स की नेटवर्थ 22500 करोड़ जरूरी

बिडर्स की नेटवर्थ कम से कम 22500 करोड़ रुपए होनी चाहिए. इस बोली में बड़े इंडस्ट्रियलिस्ट, कॉर्पोरेट हाउस और इंडिविजुअल शामिल नहीं हो सकते हैं. अगर कोई बोलीदाता कंसोर्टियम में शामिल होना चाहता है तो अधिकतम चार एंटिटी शामिल किए जा सकते हैं. आईडीबीआई बैंक में जो निवेशक बोली जीतता है उसे अगले 15 सालों में अपनी हिस्सेदारी घटाकर 26 फीसदी पर लानी होगी. 

45912 करोड़ रुपए का मार्केट कैप

आज आईडीबीआई बैंक का शेयर 42.70 के स्तर पर बंद हुआ. 52 सप्ताह का उच्चतम स्तर 65.25 रुपए और न्यूनतम स्तर 30.50 रुपए है. बैंक का मार्केट कैप 45912 करोड़ रुपए है. ऐसे में अगर सरकार और एलआईसी मिलकर 60 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी बेचती है तो आज की कीमत के आधार पर यह राशि करीब 27500 करोड़ से ज्यादा होती है.