Health Insurance Premium: नए साल 2022 में प्राइवेट हॉस्पिटल्स ट्रीटमेंट और पैकेज चार्जेस में 10 फीसदी तक बढ़ोतरी की तैयारी कर रहे हैं, जिसका असर आपके हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर भी होगा. हर साल रिन्यु होने वाले ग्रुप इंश्योरेंस प्रीमियम (Group Insurance Premium) में हॉस्पिटल चार्जेस की बढ़ोतरी का ज्यादा असर पड़ेगा और इंश्योरेंस कंपनियां हॉस्पिटल्स के साथ करार रिन्यू होते ही इंश्योरेंस कंपनियां ग्रुप हेल्थ प्रीमियम बढ़ाएंगी. हालांकि, इंडिविजुअल हेल्‍थ पॉलिसी के प्रीमियम पर फिलहाल इसका असर नहीं होगा. 

इंडिविजुअल पॉलिसी का नहीं बढ़ेगा प्रीमियम

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इंडिविजुअल हेल्थ पॉलिसी के प्रीमियम में बढ़ोतरी के लिए IRDAI की मंजूरी जरूरी है, लेकिन कोरोना के क्लेम में बढ़ोतरी की आड़ में इंडिविजुअल हेल्थ पॉलिसी में भी कंपनियां प्रीमियम बढ़ाने की मांग कर रही हैं. इंश्योरेंस कंपनियों के पास कोरोना से जुड़े 25 हजार करोड़ रुपए के क्लेम आए हैं. कुछ कंपनियों ने प्रीमियम बढ़ाया है और कुछ की बढ़ाने की तैयारी में हैं.

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टर्म प्लान पर भी होगा असर?

कोरोना काल में टर्म इंश्‍योरेंस प्‍लान की डिमांड बढ़ी है. ऐसे में प्योर प्रोटेक्शन देने वाले टर्म प्रोडक्ट्स की अंडरराइटिंग के लिए कंपनियों को सख्ती बढ़ानी पड़ेगी और रीइंश्योरेंस कीमतों में बढ़ोतरी के चलते कंपनियों को दरों में बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है. इनकम प्रूफ के साथ-साथ अब कंपनियां बैंक स्टेटमेंट भी मांग सकती हैं. इसके अलावा, प्रपोजल स्वीकार करने के लिए पूर्ण मेडिकल जांच की शर्तें भी लागू हो सकती हैं. दरअसल, रीइंश्‍योरेंस कंपनियां उम्मीद से ज्यादा क्लेम से दरें बढ़ा रही हैं. ऐसे में टर्म प्‍लान भी आने वाले समय में महंगा हो सकता है.