सरकार ने बिजली उपभोक्‍ताओं के हित में बड़ा फैसला किया है. बढ़ती गर्मियों के चलते पावर डिमांड बढ़ने की संभावना को देखते हुए सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमिशन (CERC) ने स्वतः संज्ञान लेते हुए एक्‍सचेंज कीमतों पर दखल दिया है. CERC ने बिजली वितरण कंपनियों के लिए निर्देश जारी कर एक्सचेंज पर कीमत नियंत्रण के लिए कहा है. करीब 13 साल बाद CERC का हस्तक्षेप किया है. 

प्रति यूनिट कैपिंग घटकर 12 रुपये

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CERC ने एक्सचेंजों पर कैप को 20 रुपये प्रति यूनिट से घटाकर 12 रुपये कर दिया है. आयोग ने हाल ही में जारी अपने आदेश में कहा कि पावर एक्सचेंजों पर खरीद बोलियां बिक्री बोलियों से दोगुनी से अधिक रही हैं. ऐसे में राज्य की बिजली वितरण कंपनियों की ओर से जबरदस्‍त डिमांड को पूरा करने के लिए आकस्मिक खरीद पर मुनाफावसूली रोकने की कोशिश की गई है. ऐसा करने के पीछे उत्तर भारत में तेजी से तापमान में बढ़ोतरी एक बड़ी वजह है. 

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IEX ने लागू किया बदलाव

पावर मिनिस्‍ट्री ने 26 मार्च को सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमिशन (CERC) को चिट्ठी लिखकर पावर ट्रेडिंग एक्सचेंजों पर ऊंची स्पॉट कीमतों पर चिंता जताई थी. सबसे बड़े बिजली एक्सचेंज इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (IEX) ने शनिवार रात 10:45 से बदलाव लागू हो गया है. ग्रीन डे फ़ॉरवर्ड मार्केट्स (नवीकरणीय ऊर्जा के लिए) के लिए रविवार को लागू होगा.