ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Flipkart ने अपने सभी सप्लाई सेंटर में इस्तेमाल होने वाले सिंगल-यूज प्लास्टिक पैकेजिंग पर पूरी तरह से रोक लगा दिया है. फ्लिपकार्ट ने पहले ही 2021 तक पैकेजिंग में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाने का ऐलान किया था.

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इको-फ्रेंडली ऑप्शन का होगा इस्तेमाल 

फ्लिपकार्ट ने अपने 70 से ज्यादा सप्लाई सेंटर्स में पैकेजिंग में प्लास्टिक के इस्तेमाल न करने का ऐलान किया है. इन सेंटरों पर प्लास्टिक के बेहतर इको-फ्रेंडली ऑप्शन का इस्तेमाल किया जा रहा है. जैसे पॉली पाउचों की जगह पर पैपर बैग का इस्तेमाल किया जा रहा है. वहीं बबल रैप की जगह गत्तों की कतरन का इस्तेमाल हो रहा है.

सेलर्स को भी कर रहा शिक्षित

Flipkart के मुताबिक, कंपनी अपने सेलर्स से प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाने को कह रही है. इसमें सेलर्स भी बिना प्लास्टिक का इस्तेमाल किए इन ऑप्शन से सीधे ग्राहकों को ऑर्डर भेज सकेंगे. Flipkart में सीनियर वाइस प्रेसीडेंट और सप्लाई चेन हेड हेमंत बद्री के मुताबिक कंपनी अपनी जिम्मेदारी समझती है. उन्होंने कहा, "सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से रोक लगाना एक महत्वपूर्ण कदम है. एक बेहतर इको-सिस्टम बनाने के लिए यह तैयारी की गई है."

इको-फ्रेंडली पैकेंजिंग पर जोर

Flipkart पहले भी ऐसे फैसले ले चुकी है. कुछ टाइम पहले 'ई-कॉमर्स रेडी पैकेजिंग' लॉन्च किया था. फ्लिपकार्ट ब्रांड्स के साथ मिलकर गारमेंट्स, इलेक्ट्रोनिक्स और घर की जरूरतों के सामान को बिना किसी एक्स्ट्रा पैकिंग के सीधे ग्राहकों तक पहुंचा रहा है. इनमें ब्रांड्स की तरफ से की गई पैंकिंग को ही इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके अलावा रिसाइकिल्ड प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल को भी बढ़ावा दिया गया है.

Flipkart देश का बड़ा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है. फ्लिपकार्ट के अलावा, मिंत्रा, क्लियरटिप जैसी कंपनियां भी शामिल हैं. 2007 में फ्लिपकार्ट ने लाखों ग्राहकों को अपने साथ जोड़ा है. साथ ही सेलर्स और छोटे व्यापारियों को भी एक बेहतर प्लेटफॉर्म देने की कोशिश की है. कंपनी के पास 350 मिलियन से ज्यादा रजिस्टर्ड कस्टमर्स हैं. कंपनी 80 से ज्यादा कैटेगरी में 150 मिलियन से ज्यादा प्रोडक्ट्स बेचती है.