मुंबई को फिल्मी दुनिया कहा जाता है. लेकिन अब दिल्ली में भी बड़े पैमाने पर फिल्में बन रही हैं. दिल्ली के कलाकार और रंगमंच की दुनिया से जुड़े लोगों का बड़े पर्दे पर अलग ही पहचान बनती जा रही है. दिल्ली में फिल्म निर्माण एक नए उद्योग के रूप में तेजी से विकसित हो रहा है.

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वैश्विक फिल्मकारों और प्रोडक्शन हाउस के बीच दिल्ली को शूटिंग स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए यहां का पर्यटन विभाग फ्रांस में कान फिल्मोत्सव में हिस्सा ले रहा है. पर्यटन विभाग का कहना है कि राजधानी के पास पर्दे पर बताने के लिए ढेरों बहुमूल्य कहानियां हैं.

कान पहुंचे दिल्ली पर्यटन विकास निगम(डीटीटीडीसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली इतिहास की अपनी कई परतों और ऐतिहासिक स्मारकों के साथ ‘सिनेमाई जादू’ के लिए बिल्कुल सही जगह है.

डीटीटीडीसी के जनसंपर्क महाप्रबंधक सुधीर सोब्ती ने कहा, ‘‘ये फिल्मकार (कान में पहुंचे फिल्मकार) दुनिया में सबसे अच्छी कहानी पेश करने वाले कुछ लोग हैं और दिल्ली में बताने के लिए विविध कहानियां हैं. हम निर्माताओं को अपनी बातों के कथानक तैयार करने में सहयोग के लिए कृतसंकल्पित हैं.’’ 

उन्होंने कहा कि दिल्ली में तीन वैश्विक धरोहर --कुतुब मीनार, लाल किला और हुंमायू का मकबरा समेत कई अन्य ऐतिहासिक स्मारक हैं. साथ ही दिल्ली दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ता और सबसे बड़ा महानगर है.

डीटीटीडीसी दिल्ली सरकार के साथ मिलकर राजधानी को फिल्मोन्मुखी शहर बनाने के लिए प्रयासरत है.