नोवल कोरोना वायरस (Coronavirus) यानी कोवेड-19 (COVID-19) का कहर अब महामारी का रूप ले चुका है. इस वायरस के चलते बड़ी संख्या में लोग तो प्रभावित हो ही रहे हैं, साथ ही उद्योग-धंधों पर भी असर देखने को मिल रहा है. कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते भारतीय स्मार्टफोन उद्योग को कुछ उत्पादों की सप्लाई में परेशानी होने का असर दिखना शुरू हो गया है. 

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घरेलू स्मार्टफोन उद्योग (smartphone Industry) मोबाइल के कलपुर्जों समेत अन्य चीजों के लिए चीन (China) पर काफी हद तक निर्भर है. और कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर चीन में ही है. चीन में इस माहामारी के चलते तमाम उद्योग-धंधे बंद पड़े हैं. भारतीय स्मार्टफोन उद्योग चीन में बंद कारखानों के फिर से खुलने और मैटेरियल की सप्लाई शुरू होने का इंतजार कर रहा है.

इंडियन सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) के चेयरमैन पंकज महिंद्रू ने बताया कि उद्योग पहले से ही असर महसूस कर रहा है और कुछ उत्पादों एवं मॉडलों पर असर पड़ा है. 

उद्योग से जुड़े लोगों ने माना कि जमीनी स्तर पर स्थिति खराब है क्योंकि चीन से भारी मात्रा में स्मार्टफोन से जुड़े सामग्रियों की सप्लाई होती है. इस समय बाजार में नरमी है और मांग में सुस्ती है.

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कोरोना वायरस प्रकोप (Coronavirus impact) का असर बार्सिलोना में होने वाले मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस (MWC Barcelona) पर भी दिखने लगा है. मोबाइल कांग्रेस 24 से 27 फरवरी को होनी है. एरिक्सन, अमेजन, सोनी समेत अन्य बड़ी कंपनियों ने मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस से किनारा कर लिया है. वीवो ने भी कहा कि वह कोरोना वायरस प्रकोप पर करीब से नजर रख रहा है और मोबाइल कांग्रेस और उसने उससे जुड़े अन्य कार्यक्रमों में कदम रखने से दूर रहने का फैसला किया है.