Consumer Durables Price hike: अगर आप TV, फ्रिज, एसी या लैपटॉप खरीदने का सोच रहे हैं तो जून में खरीदारी करना बेहतर होगा क्योंकि अगले महीने से कंज्यूमर ड्युरेबल्स की कीमतों में और बढ़ोतरी होने वाली है. कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी और जरूरी कंपोनेंट की कमी के चलते कंपनियां दाम बढ़ाएगी. वर्क फ्रॉम होम कल्चर और ऑनलाइन स्कूल की वजह से लैपटॉप की कीमतों में भी जबरदस्त बढ़ोतरी जारी है. 2 महीने के लॉकडाउन के बाद एक बार फिर रिटेलर्स ने दुकान खोली है इसलिए ग्राहकों के पास भारी भरकम डिस्काउंट का विकल्प भी कम ही मौजूद होगा.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

10 परसेंट तक कीमतें बढ़ाने की तैयारी में

जनवरी 2021 से TV, फ्रिज, AC और लैपटॉप जैसे कंज्यूमर ड्यूरेबल की कीमतें बढ़ रही हैं. अगले महीने से कंपनियां फिर 10 परसेंट तक कीमतें बढ़ाने की तैयारी में है. इस बार कंज्यूमर एप्लाइंस की कीमतों में बढ़ोतरी की एक नहीं बल्कि कई सारी वजहें है. जैसे, माइक्रोप्रोसेर और पैनल जैसे जरूरी कंपोनेंट की कमी, रॉ मैटेरियल और मेटल में कॉपर की कीमतों में बढ़ोतरी, पार्ट पुर्जों पर इम्पोर्ट की निर्भरता कम करने के लिए कस्टम ड्यूटी में बढ़ोतरी की वजह से पिछले कुछ महीनों से कंज्यूमर ड्यूरेबल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई और आने वाले महीनों में भी जारी रहेगी.

वर्क फ्रॉम होम और स्कूल न खुलने का असर

विजय सेल्स के एमडी नीलेश गुप्ता कहते हैं कि कीमतें तो बढ़ती रहेगी पैनल की कमी है और टीवी की कीमतें तो ज्यादा बढ़ेंगी. इसके अलावा लगातार दूसरे साल स्कूल नहीं खुलने से ऑनलाइन स्कूल और वर्क फ्रॉम होम कल्चर बढ़ने की वजह से लैपटॉप सेगमेंट में जोरदार डिमांड है. लैपटॉप की कीमतें भी 5-7 परसेंट बढ़ चुकी हैं और आगे लैपटॉप और महंगे होंगे.

अभी ज्यादा कारोबार नहीं हो रहा

रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सीईओ कुमार राजगोपालन कहते हैं कि दो महीनों के लॉकडाउन के बाद रुकी हुई डिमांड में बढ़ोतरी हुई है लेकिन अभी भी ज्यादा कारोबार नहीं हो रहा है. कंपनियों के पास पर्याप्त स्टॉक है, अगले दो तीन महीने खरीदारी कम रहेगी. ऐसे में रिटेलर्स अनलॉक के बाद ज्यादा डिस्काउंट पर फोकस नहीं कर रहे हैं. फिलहाल रिटेलर दुकानें खोल रहे हैं, स्ट्रेटैजी बाद में बनाएंगे.

सरकार ने दी है एनर्जी इफिशिएंसी के नियमों में रियायत

कीमतों में ये बढोतरी और भी अधिक हो सकती थी. लेकिन इस साल सरकार ने एनर्जी इफिशिएंसी के नियमों में थोड़ी रियायत दे दी है, कंपनियों का दावा है कि बढ़ी लागत का कुछ भार वो खुद उठा रही हैं जबकि कुछ हिस्सा ग्राहकों पर डाला जा रहा है.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें

Zee Business App: पाएं बिजनेसशेयर बाजारपर्सनल फाइनेंसइकोनॉमी और ट्रेडिंग न्यूजदेश-दुनिया की खबरें, यहां देखेंं Zee Business Live, अभी डाउनलोड करें ज़ी बिजनेस ऐप