भारत की सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनी कोल इंडिया (Coal India) ने कोल गैसिफिकेशन (Coal Gasification) प्रोजेक्ट्स के लिए बीएचईएल, आईओसीएल और गेल के साथ करार किया है. कोल इंडिया ने भेल (BHEL), गेल (GAIL) और IOCL के साथ तीन अलग-अलग समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किया. MoU के तहत बीएचईएल और सीआईएल संयुक्त रूप से अधिक राख पैदा करने वाले भारतीय कोयला गैसीकरण पर आधारित कोयला से अमोनियम नाइट्रेट बनाने वाली परियोजना की स्थापना करेंगे.

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इसके अलावा, बीएचईएल की स्वदेशी रूप से विकसित प्रेशराइज्ड फ्लूइडाइज्ड बेड गैसिफिकेशन (पीएफबीजी) तकनीक का उपयोग करते हुए संयुक्त रूप से विद्युत उत्पादन के लिए लिग्नाइट आधारित गैसीकरण प्रायोगिक संयंत्र की स्थापना करेंगे.

10 करोड़ टन कोयले के गैसीकरण के लक्ष्य

खान और कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, आने वाले महीनों में भारत थर्मल कोयला उत्पादन में आत्मनिर्भर बन सकता है. राष्ट्रीय कोयला गैसीकरण मिशन के तहत 10 करोड़ टन कोयले के गैसीकरण के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा.

कोयला से रसायन और एसएनजी परियोजनाओं और सीबीएम भंडार के मुद्रीकरण के लिए 31 जनवरी 2020 को सीआईएल और गेल के बीच समझौता ज्ञापन हुआ. GAIL के साथ करार कर कोल से केमिकल बिजनेस की तरफ  CIL बढ़ेगी. दोनों मिलकर SNG बनाएंगी.

IOCL भी कोल इंडिया के साथ SNG, Methanol के उत्पादन के लिए काम करेगा. साथ ही भविष्य के Suitable Business Model के लिए वर्किंग ग्रुप बनाया जाएगा.