अगर आप आने वाले त्यौहारी सीजन में एसी, फ्रिज या वाशिंग मशीन जैसी गृहस्थी की चीजें खरीदेने के लिए सोच रहे हैं, तो अपनी जेब थोड़ी और ढीली करने के लिए तैयार हो जाइए. इसके अलावा हवाई यात्रा भी महंगी हो सकती है. दरअसल केंद्र सरकार के एक फैसले से ये सभी उत्पाद महंगे वाले वाले हैं. केंद्र सरकार ने 19 उत्पादों के कस्टम ड्यूटी में 10 प्रतिशत तक की वृद्धि की है. टैरिफ में हुई इस वृद्धि के चलते आयातित सामान महंगा होगा. इससे सरकार को अपना चालू खाता घाटा कम करने में मदद मिलेगी. 

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वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक नई दरें 27 सितंबर से लागू होंगी. आयात पर अंकुश लगने से डॉलर की मांग पर भी असर होगा और रुपये की स्थिति बेहतर करने में मदद मिलेगी. हालांकि इसकी कीमत आने वाले दिनों में खरीदारी करने का इरादा बनाने वाले लोगों को अधिक कीमत के रूप में चुकाने पड़ेगी. 

कितनी बढ़ेंगी कीमतें 

सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि एयर कंडीशनर, घरेलू रेफ्रिजरेटर और 10 किलो से कम की वाशिंग मशीन पर बेसिक कस्टम ड्यूटी को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत किया जाएगा. इस तरह एयर कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर के कंप्रेशर पर कस्टम ड्यूटी 7.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत की जाएगी. 

सरकार के फैसले के मुताबिक स्पीकर और फुटवियर पर भी कस्टम ड्यूटी में पांच प्रतिशत की वृद्धि की गई है और इन पर क्रमश: 15 प्रतिशत और 25 प्रतिशत ड्यूटी लगेगी. इसके अलावा विभिन्न श्रेणियों के हीरे, आभूषणों और अन्य रत्नों पर ड्यूटी भी बढ़ाई गई है. प्लास्टिक के घरेलू सामान पर ड्यूटी को भी 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दिया गया है. अमेरिका और चीन के बीच जारी ट्रेडवार के चलते दोनों देशों में इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने की होड़ चल रही है. इसका असर भारत पर भी हो रहा है और जवाबी कार्रवाई के रूप में भारत को भी ड्यूटी बढ़ाने का फैसला करना पड़ रहा है.

हवाई यात्रा भी होगी महंगी 

सरकार ने जेट ईंधन या एटीएफ पर ड्यूटी बढ़ाकर पांच प्रतिशत कर दी है. अभी तक  इस पर कोई ड्यूटी नहीं लगती थी. इस कदम से हवाई यात्रा के लिए ईंधन की लागत बढ़ेगी, जिसका असर किरायों में बढ़ोतरी के रूप में दिख सकता है. यात्रा डॉट कॉम के सीओओ शरत ढल ने कहा कि एटीएफ पर पांच प्रतिशत कस्टम ड्यूटी लगाने का इस क्षेत्र पर नकारात्मक असर होगा, क्योंकि इनपुट लागत बढ़ने पर किराए में बढ़ोतरी होनी लाजिमी है. हालांकि अब पीक सीजन शुरू हो रहा है और हमें उम्मीद है कि किराए और यात्रियों की संख्या, दोनों में तेजी देखने को मिलेगी.