सरकारी क्षेत्र की दूरसंचार दिग्‍गज BSNL और MTNL को सरकार ने बंद होने से बचा लिया है. 'जी बिजनेस' को सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक बीएसएनएल और एमटीएनएल रिवाइवल प्लान को केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को मंजूरी दे दी है. केंद्र सरकार दोनों कंपनियों को दोबारा स्‍थापित करने के लिए करीब 14 हज़ार करोड़ रुपये देगी. 

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BSNL के हिस्‍से आएंगे 10 हजार करोड़ 

BSNL के हिस्‍से 10 हजार करोड़ रुपए आएंगे. जबकि 4 हज़ार करोड़ रुपये एमटीएनएल को दिया जाएगा. कर्मचारियों का VRS देने के लिए इस फंड का इस्तेमाल किया जाएगा.

BSNL में डेढ़ लाख कर्मचारी

आपको बता दें कि BSNL में इस समय करीब 1.65 लाख कर्मचारी हैं. वहीं MTNL और बीएसएनएल को लगातार घाटा हो रहा है. इससे पिछले कुछ समय से उन्हें अपने कर्मचारियों का वेतन देने में भी काफी परेशानी आ रही है.

 

घाटा 14 हजार करोड़ रुपए

साल 2018-19 तक बीएसएनएल का घाटा बढ़कर 14,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. वहीं कंपनी की आमदनी भी घटकर 19,308 करोड़ रुपये रह गई. बीएसएनएल के कर्मचारियों की संख्या 1,65,179 है.

कड़ी प्रतिस्पर्धा वाला है दूरसंचार बाजार

कंपनी 4जी सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम नहीं होने के बावजूद कड़ी प्रतिस्पर्धा वाले दूरसंचार बाजार में काम कर रही है. मौजूदा दूरसंचार ऑपरेटरों में यह एकमात्र कंपनी है जो हर महीने नए ग्राहक जोड़ रही है जबकि दूसरी कंपनियों ने पिछले कुछ माह के दौरान लाखों ग्राहक गंवाएं हैं.