BharatPe Resignations: डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन कंपनी BharatPe के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) सुहैल समीर ने पद छोड़ दिया है. समीर का कंपनी के पूर्व को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर के साथ विवाद हुआ था. हालांकि, सुहैल समीर कंपनी छोड़कर जा नहीं रहे हैं, वो कंपनी में नए रोल में दिखाई देंगे. भारतपे ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि समीर सात जनवरी 2023 से रणनीतिक सलाहकार के रूप में सेवाएं देंगे. इसमें आगे कहा गया है कि ‘‘मौजूदा मुख्य वित्तीय अधिकारी नलिन नेगी को अंतरिम सीईओ निुयक्त किया गया है.’’

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चार साल पुरानी कंपनी भारतपे पिछले साल की शुरुआत के साथ ही विवादों और कानूनी मामलों में फंसी हुई है. पूरा मामला तब शुरू हुआ था जब कंपनी के पूर्व फाउंडर अशनीर ग्रोवर कोटक ग्रुप के एक कर्मचारी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने और उसे धमकाने के आरोप लगे थे. इसके बाद उनके साथ उनकी पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर पर भी कंपनी के फंड में अनियमितता और इसका दुरुपयोग करने के आरोप लगे थे.

अभी पिछले महीने यानी दिसंबर, 2022 में भारतपे ने अशनीर ग्रोवर के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र में अर्जी लगाई थी, जिसमें ग्रोवर के पास मौजूद हिस्सेदारी और फाउंडर के दर्जे को वापस लेने की अपील की गई है. ग्रोवर के हिस्से के शेयर अभी प्रतिबंधित श्रेणी में हैं. 

भारतपे में करीब 8.5 प्रतिशत हिस्सेदारी ग्रोवर के पास है लेकिन इसमें से 1.4 प्रतिशत शेयरधारिता प्रतिबंधित श्रेणी में हैं. प्रतिबंधित शेयरधारिता का मतलब है कि कंपनी के कर्मचारी के तौर पर मिली उस हिस्सेदारी को हस्तांतरित नहीं जा सकता है. भारतपे ने साल की शुरुआत में ग्रोवर पर फंड की धांधली एवं धोखाधड़ी के आरोप लगाए थे. उसके बाद ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन कंपनी से अलग हो गए थे.