राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (DELHI) और उससे सटे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के मार्केट में चालू कैलेंडर ईयर यानी 2020 की पहली छमाही में ऑफिस स्पेस के किराये में औसतन नौ प्रतिशत की गिरावट आ गई है और यह अब 78 रुपए प्रति वर्ग फुट प्रति महीने पर आ गया है. पीटीआई की एक खबर के मुताबिक, एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी की वजह से ऑफिस स्पेस की डिमांडग काफी घट गई है जिससे किराया भी घट गया है.

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प्रॉपर्टी एडवाइजर नाइट फ्रैंक इंडिया की छमाही रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी-जून, 2020 के दौरान लीज या पट्टे पर ऑफिस स्पेस की डिमांड 45 प्रतिशत घटकर 21 लाख वर्ग फुट तक रही, जो एक साल पहले इसी पीरियड में 38 लाख वर्ग फुट थी. इसी तरह इसी समय में नई सप्लाई 86 प्रतिशत घटकर 59 लाख वर्ग फुट से आठ लाख वर्ग फुट रह गई.

खबर के मुताबिक, रिपोर्ट में कहा गया है कि लॉकडान के दौरान सभी कारोबारी गतिवधियां ठप रहीं. कई कंपनियों ने संपत्ति मालिकों से किराये में माफी या पेमेंट टालने के लिए संपर्क किया. रिपोर्ट में कहा गया है कि अब कंपनियां चालू कैलेंडर वर्ष या वित्त वर्ष के लिए अपने लक्ष्य और परिदृश्य को नए सिरे से तैयार कर रही हैं. कंपनियां अपने रीयल एस्टेट परिचालन खर्च को घटाना चाहती हैं. उनकी ऑपरेशनल इनकम में इसका हिस्सा तीन से पांच प्रतिशत रहता है.

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रिपोर्ट में कहा गया है कि एनसीआर में ‘को-वर्किंग’ क्षेत्र के लिए भी दूसरी छमाही में मांग में काफी गिरावट आई है. 2019 की पहली छमाही में इस क्षेत्र की ऑफिस स्पेस की डिमांड काफी ऊंची रही थी. कोरोनावायरस के प्रकोप के चलते आने वाले समय में ऑफिस स्पेस के किराये के बारे में कुछ भी कहना आसान नहीं है. आने वाले समय में किराये कोविड-19 की परिस्थिति पर ही निर्भर करेगा.