माना जाता है कि सोना मुश्किल समय में आपको बहुत बड़ी आर्थिक मदद दे सकता है. कई बार ऐसी स्थितियां आती हैं, जब आपको एक साथ ज्यादा पैसों की जरूरत पड़ जाती है. ऐसे में इमरजेंसी की स्थिति में घर में रखे सोने को इस्तेमाल करते हुए आप गोल्ड लोन (Gold Loan) ले सकते हैं. सोने के बदले आपको आसानी से और बेहतर दर पर लोन मिल सकता है, क्योंकि इसमें बैंक को अपने पैसे डूबने का डर नहीं रहता है. लेकिन सवाल ये है कि आखिर गोल्ड लोन कहां से लें. आइए जानते हैं टॉप-5 बैंक किस दर (Gold Loan Rates) पर गोल्ड लोन दे रहे हैं.

टॉप-5 बैंकों में गोल्ड लोन की ब्याज दरें

1- एचडीएफसी बैंक

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अगर आप इस प्राइवेट बैंक से गोल्ड लोन लेते हैं तो आपको 8.50 फीसदी से लेकर 17.30 फीसदी तक का ब्याज चुकाना पड़ सकता है. यह ब्याज दर अलग-अलग अवधि और अलग-अलग अमाउंट के लिए अलग-अलग हो सकती है. वहीं आपको मिलने वाले कुल लोन का 1 फीसदी प्रोसेसिंग फीस के तौर पर चुकाना होगा.

2- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया

अगर आप गोल्ड लोन के लिए सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का रुख करते हैं तो आपको 8.45 फीसदी से लेकर 8.55 फीसदी तक का ब्याज चुकाना पड़ेगा. आप 10 हजार रुपये से लेकर 40 लाख रुपये तक का गोल्ड लोन ले सकते हैं. वहीं आपको कुल लोन अमाउंट का 0.50 फीसदी आपको प्रोसेसिंग फीस के तौर पर चुकाना होगा, जो 250 रुपये से 5000 रुपये के बीच हो सकता है. अभी 31 मार्च 2024 तक लिए जाने वाले होम लोन पर आपको कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं चुकानी होगी.

3- यूको बैंक

अगर आप यूको बैंक से गोल्ड लोन लेंगे तो आपको करीब 8.60 फीसदी से लेकर 9.40 फीसदी तक का ब्याज चुकाना होगा और साथ ही 250 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक की प्रोसेसिंग फीस चुकानी होगी. अलग-अलग अमाउंट के हिसाब से आपकी प्रोसेसिंग फीस तय होगी.

4- इंडियन बैंक

गोल्ड लोन के लिए इंडियन बैंक का रुख भी किया जा सकता है. यहां पर आपको लोन के लिए 8.65 फीसदी से लेकर 10.40 फीसदी तक का ब्याज चुकाना पड़ सकता है. बैंक की वेबसाइट के अनुसार Jewel Loan (Non-Priority) या OD against Gold Jewels पर आपको कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं चुकानी होगी.

5- भारतीय स्टेट बैंक

अगर आप एसबीआई से गोल्ड लोन लेते हैं तो आपको 8.70 फीसदी की शुरुआती दर का ब्याज चुकाना होगा. आप कम से कम 20 हजार रुपये और अधिक से अधिक 50 लाख रुपये तक का गोल्ड लोन ले सकते हैं. 3 लाख रुपये तक के लोन पर कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं लगेगी और उससे ऊपर आपको अलग-अलग अमाउंट और लोन के लिए अलग-अलग कीमत चुकानी होगी.

कब लेना चाहिए गोल्ड लोन?

आप कई स्थितियों में गोल्ड लोन का रुख कर सकते हैं. आइए जानते हैं 3 खास परिस्थितियां, जिनमें आपको गोल्ड लोन लेना चाहिए.

1- गंभीर बीमारी की स्थिति में

अगर परिवार के किसी सदस्‍य को गंभीर बीमारी हो जाए, तो बेतहाशा पैसा खर्च हो जाता है. हालांकि समझदारी इसमें है कि हम पहले से इन स्थितियों के लिए खुद को तैयार रखें. हेल्‍थ इंश्‍योरेंस पॉलिसी लें और थोड़ा इमरजेंसी फंड अपने पास रखें. लेकिन जब इनसे भी काम न चले, तो आप आखिरी ऑप्‍शन के तौर पर घर में रखे गोल्‍ड के बदले कर्ज लेने का विकल्‍प चुन सकते हैं और हॉस्पिटल के खर्च को इससे पूरा कर सकते हैं क्‍योंकि किसी भी चीज की कीमत आपके परिवार के व्‍यक्ति से ज्‍यादा नहीं हो सकती.

2- शादी के खर्च से निपटना हो तो

शादी में अच्‍छा खासा खर्च हो जाता है. कई बार तो दूसरों से उधार लेने की जरूरत पड़ जाती है. इस स्थिति में आप घर में रखे सोने का इस्‍तेमाल कर सकते हैं. दूसरे लोन की तुलना में गोल्‍ड लोन का प्रोसेस थोड़ा आसान होता है. कम दौड़-भाग और कम कागजी कार्यवाही के साथ ये आसानी से मिल जाता है.

3- हायर एजुकेशन के लिए

अगर आपका बच्‍चा या आप हायर एजुकेशन के लिए बाहर जा रहे हैं और एजुकेशन लोन किसी कारण से नहीं मिल पा रहा है, तो सेकंड ऑप्‍शन के तौर पर आप गोल्‍ड लोन का विकल्‍प चुन सकते हैं. 

गोल्‍ड लोन से होते हैं क्या फायदे?

  • दूसरे तमाम लोन की तुलना में गोल्ड लोन के लिए क्राइटेरिया काफी आसान होता है. क्रेडिट स्‍कोर वगैरह इसमें बहुत मायने नहीं रखता क्‍योंकि आपको लोन की राशि आपके गोल्‍ड के मूल्‍य के हिसाब से दी जाती है.
  • इमरजेंसी के समय में आपको तुरंत पैसों की जरूरत होती है, ऐसे में गोल्‍ड लोन आपके लिए मददगार है क्‍योंकि ये शॉर्ट नोटिस पर भी मिल जाता है.
  • अनसिक्योर्ड लोन जैसे पर्सनल लोन, प्रॉपर्टी लोन, कॉर्पोरेट लोन की तुलना में गोल्ड लोन सस्‍ता पड़ता है. 
  • गोल्ड लोन की स्थिति में बॉरोअर को लोन चुकाने के लिए फ्लेक्सिबल रिपेमेंट ऑप्शन दिए जाते हैं.  

ध्‍यान रखें ये बातें

गोल्‍ड लोन लेने के लिए उम्र 18 साल से 75 साल के बीच होनी चाहिए. कोलैटरल के तौर पर रखे जाने वाले गोल्ड की शुद्धता 18 कैरेट या इससे ज्‍यादा होनी चाहिए. गोल्‍ड लोन के मामले में एक बात और गौर फरमाने वाली है, वो ये कि अगर आप तय समय में गोल्‍ड लोन नहीं चुका पाते हैं तो कर्ज देने वाली संस्‍था आपके गिरवी रखे सोने को बेचने का अधिकार रखती है. इसके अलावा सोने की कीमत कम होने पर कर्जदाता आपसे अतिरिक्त सोना गिरवी रखने के लिए भी कह सकता है.