भारती रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने साफ कहा है कि NBFC (गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थाएं) को नकदी का संकट नहीं है और न ही इस तरह की कोई स्थिति पैदा होने दी जाएगी. आरबीआई की बोर्ड बैठक में पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ाने पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इससे मंहगाई पर अभी तो असर नहीं है लेकिन धीर-धीरे कुछ असर संभव है.

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शुक्रवार 5 जुलाई को केंद्रीय बजट पेश होने के बाद आज सोमवार को रिजर्व बैंक बोर्ड की बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण तथा शीर्ष बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास समेत आला अधिकारियों ने शिरकत की. बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाए जाने का मंहगाई पर असर होने में समय लगता है. हालांकि बहुत कम असर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि इसकी समीक्षा अगस्त के मौद्रिक नीति में की जाएगी.

 

एनबीएफसी के नकदी संकट के सवाल पर उन्होंने कहा कि शीर्ष एनबीएफसी की समीक्षा की जा रही है. बड़े एनबीएफसी पर लगातार नजदीकी से नज़र रखी जा रही है. बैंकों में 70,000 करोड़ रुपए की पूंजी डालना एक सकारात्मक घटनाक्रम है. इससे न केवल बैंकों की पूंजी की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी बल्कि वे अधिक ऋण भी दे सकेंगे.