SBI Zero Balance savings account: बैंक में जब आप सेविंग अकाउंट ओपन कराते हैं तो आपको तय समय के दौरान मिनिमम बैलेंस बनाए रखना होता है. लेकिन आप बैंकों में जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट भी ओपन करा सकते हैं. इसके कुछ अपने फायदे हैं तो कुछ लिमिट्स भी हैं. यहां हम एसबीआई जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट (SBI savings account) की बात कर रहे हैं. इसके आपको कई फायदे मिलते हैं. बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, वैलिड केवाईसी पूरा कर कोई भी जीरो बैलेंस अकाउंट बैंक के किसी भी ब्रांच में ओपन करा सकता है. 

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जान लीजिए क्या मिलते हैं फायदे और लिमिट

इस अकाउंट में सबसे पहले आपको मिनिमम बैलेंस बनाए रखने की जरूरत नहीं पड़ती है. अगर आप अकाउंट में पैसे रखते हैं तो इसकी कोई अपर लिमिट भी नहीं है. इस अकाउंटहोल्डर को बेसिक रुपे एटीएम-कम-डेबिट कार्ड जारी किया जाता है.इस कार्ड पर कोई एनुअल चार्ज भी नहीं लिया जाता है. एक बात ध्यान रखने वाली है कि इस अकाउंटहोल्डर को चेक बुक इश्यू नहीं किया जाता है. बैंक से पैसे की निकासी ब्रांच में फॉर्म भरकर या एटीएम से की जा सकती है. 

पैसे का ट्रांसफर और अकाउंट क्लोजर 

एसबीआई जीरो बैलेंस अकाउंट (SBI Zero Balance savings account) के तहत NEFT/RTGS जैसे इलेक्ट्रॉनिक चैनल से पैसे की प्राप्ति या ट्रांसफर पर कोई चार्ज नहीं देना होता है. साथ ही अगर आप कोई बंद अकाउंट को चालू कराते हैं तो उसके लिए भी आपको चार्ज नहीं देना होता है. इसी तरह, अगर आप अपना जीरो बैलेंस अकाउंट क्लोज कराते हैं तो इसके लिए भी कोई चार्ज नहीं देना होता है. 

पहले से सेविंग अकाउंट हो तो...

यहां एक बात ध्यान रखें कि अगर आपके पास पहले से  जीरो बैलेंस या बेसिक सेविंग अकाउंट (sbi basic savings account) है तो दूसरा कोई सेविंग अकाउंट (savings account) नहीं होना चाहिए. बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, अगर आपके पास पहले से सेविंग अकाउंट है और आपने जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट भी खोला है तो पहले वाले अकाउंट को 30 दिनों के अन्दर क्लोज कराना होगा. जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट (SBI Zero Balance savings account) होल्डर महीने में अपने बैंक या दूसरे बैंक के एटीएम या ब्रांच चैनल से महीने में 4 निकासी फ्री कर सकते हैं.