भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने बुधवार को 7.72 फीसदी के कूपन रेट पर बेसल कम्‍प्‍लायंट एडिशनल टियर 1 (AT1)  बॉन्ड के जरिए 4,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं. कैपिटल मार्केट रेग्‍युलेटर सेबी के नए रेग्‍युलेशन लागू होने के बाद घरेलू बाजार में यह पहला AT1 बॉन्ड  है. नए नियम इस साल मार्च में जारी किए गए थे. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

SBI की ओर से जारी बयान के मुताबिक, इस इश्‍यू को निवेशकों से जबरदस्‍त रिस्‍पांस मिला है. इसमें 1,000 करोड़ रुपये के बेस इश्यू साइज के मुकाबले 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की बोलियां मिलीं. इससे मालूम चलता है कि देश के सबसे बड़े बैंक पर निवेशकों का भरोसा मजबूत है.  

AT1 बॉन्‍ड की  AA+ रेटिंग

बैंका कहना है कि 2013 में बेसल-3 कैपिटल रूल्‍स लागू होने के बाद से किसी भारतीय बैंक की ओर से सबसे कम कीमत पर इस तरह का डेट इंन्‍स्‍ट्रूमेंट्स जारी किया गया है. लोकल क्रेडिट एजेंसीज की ओर से बैंक को AAA क्रेडिट रेटिंग मिली है. AT1 बॉन्‍ड की रेटिंग  AA+ है. इस तरह के इंन्‍स्‍ट्रूमेंट्स के लिए देश में यह सबसे ऊंची रेटिंग है. AT1 इन्‍स्‍ट्रूमेंट प्रीपेचुअल  कैटेगरी के होते हैं. हालांकि, इसे जारी करने वाले पांच साल या उसके बाद किसी भी एनिवर्सिरी पर इसे कॉल बैक कर सकता है. 

Zee Business Hindi Live यहां देखें

क्या होते हैं AT1 बॉन्ड

AT1 बॉन्ड को टियर 1 बॉन्ड भी कहा जाता है. ये बिना एक्सपायरी वाले स्थायी बॉन्ड ( Perpetual Bond) होते हैं. बैंक अपनी कैपिटल की जरूरत को पूरा करने के लिए अक्‍सर ये बॉन्‍ड जारी करते हैं. AT1 बॉन्ड को रिजर्व बैंक (RBI) रेगुलेटर करता है. इसमें रेग्‍युलर इंटरवल पर तय ब्याज दर का भुगतान किया जाता है. पैसे की जरूरत होने पर इश्‍यूअर इसे बेच सकते हैं.