SBI MCLR:  देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने एक बार फिर ग्राहकों को बड़ी राहत दी है. एसबीआई ने सीमांत लागत के आधार पर कर्ज यानी MCLR में 0.35 प्रतिशत की कटौती कर दी है. नई दरें 10 अप्रैल से लागू होंगी. इससे अब होम लोन, ऑटो लोन और दूसरा कर्ज लेना सस्ता होगा और ईएमआई (EMI) में भी राहत मिलेगी. इससे पहले बैंक ने पिछले महीने ही बैंक ने बाहरी मानक दर (EBR) से जुड़ी कर्ज दर और रेपो दर से जुड़े कर्ज लेने वालों के लिये दर में 0.75 प्रतिशत की कटौती कर दी थी. नई एमसीएलआर दरों के लागू होने के बाद इस आधार पर 30 साल के लिए लिए गए 1 लाख रुपये के होम लोन पर मासिक किस्त में 24 रुपये की कमी आएगी.

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SBI की नई एमसीएलआर दर

एमसीएलआर में 0.35 प्रतिशत की हुई कटौती के बाद एक महीने के लिए एमसीएलआर घटकर 7.10 प्रतिशत हो गया जो पहले 7.45 प्रतिशत थी. इसी तरह तीन महीने के लिए एमसीएलआर की दर अब घटकर 7.15 प्रतिशत हो गई है जो पहले 7.50 प्रतिशत थी. साथ ही छह महीने के लिए नई एमसीएलआर दर 7.35 प्रतिशत और एक साल के लिए नई एमसीएलआर घटकर 7.40 प्रतिशत हो गई है. दो साल के लिए नई एमसीएलआर दर घटकर 7.60 प्रतिशत और तीन साल के लिए 7.7 प्रतिशत हो गई है.

SBI ने पहले ही घटा दी है बाहरी मानक दर

एसबीआई का बाहरी मानक दर (EBR) 7.80 प्रतिशत से घटकर 7.05 प्रतिशत सालाना हो गई है. इसी तरह, रेपो से जुड़ी उधारी दर (RLLR) की दर भी 7.40 प्रतिशत से घटकर 6.65 प्रतिशत सालाना हो गई है. नई दरें 1 अप्रैल 2020 से लागू हो गई हैं.

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उल्लेखनीय है कि पिछले महीने ही भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी मौद्रिक नीति की समीक्षा में नीतिगत दर यानी रेपो रेट में 0.75 प्रतिशत की एक बड़ी कटौती की घोषणा की थी. इसके बाद आरबीआई ने बैंकों से इस कटौती का फायदा ग्राहकों तक पहुंचाने की बात कही है. इसमें सबसे अग्रणी भूमिका एसबीआई ने निभाई और तुरंत ब्याज घटाया. इसके बाद दूसरे कई बैंकों ने भी ब्याज दरों में कटौती की.