SBI Alert: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India) हमेशा अपने ग्राहको को मैसेज के जरिए जागरूक करता रहता है. एक दिन पहले भी SBI ने अपने करोड़ों ग्राहकों के मैसेज भेजकर फ्रॉड होने से बचने के आसान तरीके बताए हैं. कई बार बैंक के नाम पर फ्रॉड मैसेज आते हैं और कुछ सेकंड में आपका अकाउंट खाली हो जाता है. ये शॉर्टकोड्स हैं बैंक के मैसेज की पहचान

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SBI ने एक मैसेज में बताया कि SBI की तरफ से जो भी मैसेज आएंगे उसमें  SBIBNK, SBIINB, SBYONO, ATMSBI,SBI/SB जैसे जरूरी कोड्स होंगे. अगर इन कोड्स के साथ आपको मैसेज मिलते हैं, तो इसका मतलब है कि वो बैंक का ऑफिशियल मैसेज ही है.

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साइबर फ्रॉड की है नजर

दरअसल अक्सर ऐसा होता है कि बैंक जिस तरह से आपको मैसेज करता है, उसी तरीके को फॉलो कर साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) भी आपको मैसेज करता है, जिसके झांसे में आकर आपकी ट्रांजैक्शन डिटेल्स लीक हो जाती हैं. बैंक आपसे कभी भी किसी तरह की पर्सनल जानकारी और OTP नहीं मांगता है. बैंक से कभी भी आपको KYC के लिए डिटेल मांगे जाते हैं.कोई भी बैंक आपको कभी भी किसी लिंक पर क्लिक करने को नहीं कहता है. फर्जी मैसेज का कैसे पता लगाए

अगर आपको पता लगाना है कि बैंक की तरफ से आया मैसेज फेक है या रियल है तो कई बातों को ध्यान देना होगा. 1.बैंकों से भेजे गए मैसेज में गलतियां नहीं होती.वहीं फ्रॉड मैसेज में काफी गलतियां होती है. जिसमें ग्रामर मिस्टेक से लेकर नाम तक की गलती होती है. 2.बैंक या अन्य वित्तीय संस्थान केवल अपने ग्राहकों को ही मैसेज करते हैं, हर किसी को नहीं. ज्यादातर देखा गया है कि आपका बैंक जिस अकाउंट में नहीं भी होता है वहां से भी मैसेज आने शुरु हो जाते हैं. 3. बैंक की ओर से अगर कोई मैसेज भेजा जाता है तो सेंडर में मोबाइल नंबर नहीं दिखता,सेंडर बैंक के नाम की शॉर्ट फॉर्म दिखती है. कैसा भेजा जा रहा फेक मैसेज

एसबीआई ग्राहकों को एक टेक्स्ट मेसेज भेजा जा रहा है जिसमें कहा गया है कि यदि वे दिए गए लिंक पर अपना पैन नंबर अपडेट नहीं करते हैं तो उनका 'योनो' खाता ब्लॉक कर दिया जाएगा. योनो एसबीआई का डिजिटल बैंकिंग प्लेटफॉर्म है. मेसेज में दिया गया फेक लिंक एक एसबीआई पेज पर ले जाता है, जो उपयोगकर्ताओं को संवेदनशील जानकारी दर्ज करने के लिए कहता है. जब यूजर्स अपनी डिटेल इस पर दर्ज कर देते है तो उनकी जानकारी हैकर्स तक पहुंच जाती है और वो आपको फ्रॉड का शिकार बना देते हैं.