NARCL: बैंकों के डूबे कर्जों को खरीदने वाली नई संस्था नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी यानी NARCL को रिजर्व बैंक (RBI) से मंजूरी मिल गई है. रिजर्व बैंक ने सोमवार को NARCL के लिए लाइसेंस जारी कर दिया है. रिजर्व बैंक ने SARFESAI एक्ट के तहत यह लाइसेंस जारी किया है. NARCL जल्द ही काम शुरू कर देगी और इसे 5 साल के अंदर बैड लोन्स का समाधान करना होगा. आगे की कार्रवाई क्या होगी इस पर पूरा ब्यौरा दे रहे हैं ब्रजेश कुमार.  

  • RBI ने NARCL के लाइसेंस को मंजूरी दी
  • SARFESAI के सेक्शन 3 के तहत मिली मंजूरी  
  • RBI के डिपार्टमेंट ऑफ रेगुलेशन से मंजूरी मिली
  • पहले चरण में 22 खाते करीब 90,000 Cr रु वैल्यू के  
  • दूसरे चरण में 30 खाते करीब 1 लाख Cr रु वैल्यू के  
  • CEO के तौर पर पद्मकुमार नायर की नियुक्ति मंजूर
  • मैनेजर इनवेस्टमेंट के तौर पर 3 नाम पर मुहर लगी
  • राजेश कुमार, डीपी प्रजापति, स्नेहाशीष सरकार के नाम
  • आगे अब NARCL संपत्ति खरीदने के अपने नियम बनाएगा
  • 5 साल में लिए गए NPA खातों का निटपारा करना होगा

कैसे काम करेगा NARCL  

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-लीड बैंक NPA की बिक्री के लिए आगे आएंगे

-NARCL से पूछेंगे कि कितना मिलेगा भाव

-NARCL की ओर से फिर रिजर्व प्राइस आएगा

-दूसरा खरीदार ज्यादा रेट दे तो उसे बिक्री होगी

-दूसरा खरीदार नहीं तो फिर NARCL का भाव

-NARCL के फ्लोर प्राइस देने पर कंपिटिशन होगा

-अभी फ्लोर प्राइस की गारंटी नहीं इसलिए डिस्ट्रेस सेल

बैड बैंक का आइडिया

बता दें कि बैकों की NPA की समस्या को कम करने के लिए बैड बैंक का आइडिया बजट 2021 में लाया गया था. माना जा रहा है कि इससे बैंकों पर से NPA का दबाव कम होगा. भारतीय बैंक संघ यानी IBA को बैड बैंक बनाने का काम सौंपा गया है. बता दें कि NARCL अलग अलग चरणों में बैंकों का लगभग 2 लाख करोड़ रुपये का बैड लोन टेक ओवर करेगी. इससे जो पूंजी बैड लोन में अटकी है, उसका इस्तेमाल बैंक अपनी ग्रोथ या कर्ज देने में कर सकेंगे. बैड बैंक या NARCL लोन के लिए सहमत मूल्य का 15 फीसदी नकद में भुगतान करेगा और बाकी 85 फीसदी सरकार की गारंटी वाली सिक्योरिटी रिसीप्ट्स में होगा.