भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने EMI कम होने की सभी संभावनाओं का टालते हुए गुरुवार को प्रमुख ब्‍याज दरों में कोई बदलाव न करने का ऐलान किया है. साथ ही महंगाई के बढ़ने की आशंका भी जताई है. इस पर SBI के चेयरमैन रजनीश कुमार का कहना है कि रिजर्व बैंक ने बहुत ही सधा हुआ कदम उठाया है. मौद्रिक नीति की समीक्षा में Covid 19 से बिगड़ते हालात और देश की आर्थिक ग्रोथ को तेज करने के बीच तालमेल बिठाने का अच्‍छा प्रयास किया गया है.

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GDP का घटना चिंता की बात है. RBI ने माना है कि इसमें कमी आएगी. कुमार के मुताबिक उधारी खातों की रिस्‍ट्रक्‍चरिंग का प्रयास अच्‍छा है. मौजूदा हालात में रिजर्व बैंक ने प्रमुख ब्‍याज दरें न घटाकर सही फैसला लिया है. हालांकि उसने लचीला रुख अपनाने की बात कही है. यानि भविष्‍य में जरूरत के मुताबिक राहत भरे फैसले लिए जा सकते हैं.

बता दें कि RBI ने आंशका जताई कि कोविड-19 (Covid 19) महामारी लम्बे समय तक खिंची तो उससे घरेलू अर्थव्यवस्था की हालत और पतली हो सकती है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (Monetary policy) की बैठक के बाद कहा कि महामारी पर पहले काबू पा लिया गया तो उसका अर्थव्यस्था पर अच्‍छा असर पड़ेगा.

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मौद्रिक नीति समिति का अनुमान है कि ग्रामीण अर्थव्यस्था में सुधार मजबूत होगा क्योंकि खरीफ की बुवाई अच्छी चल रही है. मैन्‍युफैक्‍चरिंग क्षेत्र की इकाइयों को दूसरी तिमाही से मांग बढ़ने की उम्मीद है. उनको लगता है कि 2021-22 की पहली तिमाही तक मांग में धीरे धीरे सुधार होगा.