रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) ने मॉनेटरी पॉलिसी में होम लोन को लेकर बड़ा ऐलान किया है. RBI ने रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी लाने के लिए नए होम लोन के नियमों में बदलाव किया है. 31 मार्च 2022 तक सैंक्सन किए गए सभी नए हाउसिंग लोन के लिए रिस्क वेट्स को तर्कसंगत बनाने और उसे लोन-टू-वैल्यू (LTV) रेश्यो से लिंक करने का फैसला किया गया है. RBI के इस फैसले से अब होम लोन ग्राहकों को ज्यादा लोन मिलने की संभावना है.

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RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक, रोजगार और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने में रियल एस्टेट सेक्टर की भूमिका को देखते हुए यह बदलाव किया गया है. मौजूदा नियमों के मुताबिक, इंडिविजुअल होम लोन पर डिफरेंशियल रिस्क वेट लागू होता है. यह रिस्क वेट लोन के आकार और लोन-टू-वैल्यू रेश्यो के हिसाब से तय होता है. आइये जानते हैं RBI की पॉलिसी में क्या-क्या हुए हैं बदलाव...

इंडिविजुअल हाउसिंग लोन

  • नए हाउसिंग लोन के लिए बैंकों को RBI से प्रोत्साहन.
  • छोटे-बड़े घरों के लिए बैंकों को लोन देने में आसानी होगी.

क्या बदलाव हुआ

  • होम लोन के साइज़ के बदले LTV से तय होगा रिस्क वेट.
  • लोन पर कम पूंजी रखने से बैंकों को कर्ज देने में सहूलियत होगी.
  • 80% तक LTV होने पर 35% रिस्क वेटेज लागू होगा.
  • 81%-90% तक LTV तो 50% रिस्क वेटेज लागू होगा.
  • 31 मार्च 2022 तक मंजूर हुए सभी हाउसिंग लोन पर लागू.

अभी क्या है 

  • अभी 30 लाख रु तक होम लोन के लिए 90% तक LTV.
  • 30-75 लाख रु तक के होम लोन पर अभी 80% तक LTV.
  • 75 लाख रु से अधिक के होम लोन पर अभी 75% तक LTV.

रीटेल के लिए कर्ज़ सीमा बढ़ी 

  • रीटेल और छोटे कारोबारियों के लिए कर्ज़ की सीमा बढ़ाई.
  • 5 Cr रु के बदले अब 7.5 Cr रु तक का लोन मिल सकेगा.
  • 50 Cr रु तक टर्नओवर तो इंडिविजुअल लोन 7.5 Cr रु तक.
  • कोरोना संकट में कारोबार को पटरी पर लाने में मदद मिलेगी.
  • नए लोन के अलावा पुराने लोन लेने वालों को भी लाभ होगा.

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नकदी बढ़ाने के और उपाय  

  • 1 लाख Cr रु की रकम का ऑन टैप TLTRO लाने का एलान.
  • TLTRO: Targeted Long Term Repo Operation.
  • ऑन टैप का मतलब जब ज़रूरत पड़े तब बैंक ये सुविधा ले सकेंगे.
  • स्कीम अगले मार्च 21 तक चालू रहेगी, रेपो रेट पर होगा TLTRO.
  • बैंकों को NCD, कॉरपोरेट बॉन्ड, कमर्शियल पेपर में निवेश करना होगा.

HTM कैटेगरी में SLR होल्डिंग मियाद भी मार्च 22 तक बढ़ी

  • 1 सितंबर 2020-मार्च 2021 तक खरीदी सिक्योरिटी मान्य होगी.
  • 2022 की जून तिमाही के बाद 22% की बढ़ी लिमिट भी घटेगी.
  • धीरे धीरे लिमिट को 22% से घटाकर 19.5% पर लाया जाएगा.

24 घंटे बड़ी रकम का ट्रांसफर  

  • RTGS की सुविधा अब 24 घंटे तक मुहैया कराई जाएगी.
  • दिसंबर 2020 से RTGS कि ये सुविधा 24x7x365 मिलेगी. 
  • अभी सभी कामकाजी दिनों में 7AM-6 PM तक सुविधा है.
  • UPI और NEFT के ज़रिए पहले ही 24 घंटे ट्रांसफर सुविधा.