Aadhaar e-KYC for NBFCs: अब  नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां (NBFCs) और पेमेंट सिस्टम प्रोवाइडर्स (Payment System Providers) को भी आधार ई-केवाईसी ऑथेंटिकेशन का लाइसेंस मिल गया है. भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve bank of India) ने एनबीएफसी और पेमेंट सिस्टम प्रोवाइडर्स के लिए बड़ा फैसला लिया है और आधार ई-केवाईसी को मंजूरी दे दी है. इससे डिजिटलीकरण को बढ़ावा मिलेगा. 

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पीटीआई की खबर के मुताबिक, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कहा कि NBFCs और पेमेंट सिस्टम प्रोवाइडर्स आधार ई-केवाईसी सत्यापन लाइसेंस (Aadhaar e-KYC licence) के लिए केंद्रीय बैंक के पास आवेदन कर सकते हैं.

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RBI के पास देना होगा आवेदन

रिजर्व बैंक की ओर से जारी सर्कुलर में कहा गया है कि एनबीएफसी (NBFCs), पेमेंट सिस्टम प्रोवाइडर्स और पेमेंट सिस्टम पार्टिसिपेंट्स आधार वेरिफिकेशन लाइसेंस-केवाईसी यूजर एजेंसी (KUA) लाइसेंस या सब-केयूए लाइसेंस के लिए डिपार्टमेंट को आवेदन कर सकते हैं, जिसे आगे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के पास भेजा जाएगा. आरबीआई की ओर से अप्‍लीकेशन का फॉर्मेट भी उपलब्‍ध कराया गया है.

इन लोगों ने फैसले का किया स्वागत

Mswipe के हेड प्रोडक्ट अंकित भटनागर ने कहा कि आरबीआई की इस पहल से ग्राहकों के बीच विश्वास का दायरा बढ़ेगा. अब ई-केवाईसी के साथ, नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां दिक्कतों में सुधार करेंगी. वहीं Infrasoft Technologies के हेड इनोवेशन और प्रोडक्ट डेवलेपमेंट मनोज चोपड़ा ने कहा कि अब एनबीएफसी, पेमेंट सिस्टम प्रोवाइडर्स और पेमेंट सिस्टम पार्टिसिपेंट्स के लिए ग्राहकों को सुविधाएं देना और भी सुरक्षित हो जाएगा. 

इसके अलावा Tide (India) के सीईओ गुरजोधपाल सिंह ने आरबीआई के फैसले पर कहा कि फिनटेक इकोसिस्टम के लिए ये एक अच्छा फैसला है. इससे डिजिटलीकरण को बढ़ावा मिलेगा, वहीं फाइनेंशियल प्रोडक्ट की डिलिवरी करने में तेजी आएगी.  

RBI ने KYC फ्रॉड पर किया अलर्ट

RBI ने  केवाईसी (KYC) वेरिफिकेशन के नाम पर हो रहे फ्रॉड पर भी लोगों को अलर्ट किया है. आरबीआई ने लोगों से अपने अकाउंट की डिटेल या पासवर्ड जैसी जरूरी जानकारी किसी भी व्‍यक्ति या एजेंसी के साथ साझा न करने की सलाह दी है. इस तरह के फ्रॉड केवाईसी वेरिफिकेशन को लेकर कॉल, SMS, ई-मेल कस्‍टमर्स को भेज कर किए जाते हैं. 

इनमें कस्‍टमर से पर्सनल डिटेल, अकाउंट/ लॉग-इन डिटेल, कार्ड डिटेल, पिन, ओटीपी मांगे जाते हैं. इसमें केवाईसी अपडेट के लिये भेजे गए लिंक के जरिए अनधिकृत एप्लीकेशन डाउनलोड करने को कहा जाता है. ऐसा न करने पर कस्‍टमर्स को अकाउंट बंद करने की चेतावनी भी दी जाती है.