घोटाले का शिकार बने पंजाब एंड महाराष्ट्र कोआपरेटिव (PMC) बैंक के बकाए कर्ज की वसूली के लिए रिजर्व बैंक द्वारा नियुक्त प्रशासक ने एचडीआईएल (HDIL) समूह की कंपनियों के दो विमानों और एक याट के मूल्यांकन को लेकर सलाहकार नियुक्ति करने का फैसला किया है. 

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प्रशासक ने सलाहकार की नियुक्ति के लिए प्रस्ताव निकाला है. ये संपत्तियां एचडीआईएल समूह की कंपनियों की हैं. इन कंपनियों का स्वामित्व राकेश वाधवन और उनके पुत्र सारंग के पास है, जो सहकारी बैंक के 6,500 करोड़ रुपये के घोटाले में मुख्य आरोपी हैं. 

एक स्थानीय अदालत ने नवंबर में बैंक के प्रशासक जेबी भोरिया को दो विमान-दसॉ फाल्कन 200 (वीटी-एचडीएल) और चैलेंजर 300 (वीटी-पीआईएल) और एक याट (फेरेटी 881 एचटी) को बेचने की अनुमति दी थी. 

प्रशासक ने सार्वजनिक सूचना में कहा कि रिजर्व बैंक के प्रशासक का इरादा एक पारदर्शी प्रक्रिया के जरिये एक याट और दो विमानों को बेचने का है. इस उद्देश्य से प्रशासक सलाहकार की नियुक्ति करना चाहता है और इच्छुक पक्षों से आवेदन आमंत्रित करता है.’’

PMC Bank scam के बाद भारतीय रिजर्व बैंक को-ऑपरेटिव बैंकों को लेकर कुछ सख्त नियम बनाने जा रहा है. इसके लिए आरबीआई (RBI) ने केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजा है, जिनमें आरबीआई की ताकत बढ़ाने और को-ऑपरेटिव बैंकों को रेगुलेट करने का अधिकार बढ़ाने जैसे सुझाव शामिल हैं.

रिजर्व बैंक ने अर्बन कोऑपरेटिव बैंकों को रेगुलेट करने के अधिकार बढ़ाने पर अपने सुझाव वित्त मंत्रालय को भेजे हैं. रिज़र्व बैंक ने बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट (Banking Regulation Act) में क्या-क्या बदलाव किया जाए, इस पर सिफारिश भेजी है.

रिजर्व बैंक ने जो सिफारिशें सरकार के पास भेजी हैं, संसद के बजट सत्र में उन्हें संसद में रखा जाएगा और बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट के सेक्शन 36AA, 36AB में बदलाव पर चर्चा की जाएगी.

को-ऑपरेटिव बैंकों (Cooperative Banks) के प्रबंधन के बदलाव का अधिकार केंद्र और राज्य सरकार के पास है. PMC बैंक घोटाले के बाद RBI इस अधिकार को अपने पास लेने की मांग कर रहा है.