ये तो हम सभी जानते हैं कि हमारे देश में साइबर फ्रॉड यानी ऑनलाइन फ्रॉड (Online Fraud) के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. देश में साइबर फ्रॉड पर लगाम कसने के लिए केंद्र सरकार से लेकर तमाम राज्य सरकारें युद्धस्तर पर काम कर रही हैं लेकिन इतनी कोशिशों के बावजूद साइबर ठग सीधे-सादे लोगों को अपना शिकार बना ही ले रहे हैं. साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) के बढ़ रहे खतरे को देखते हुए हम सभी को सिर्फ सरकारों से ही सारी उम्मीदें न रखकर अपने स्तर पर भी सावधान रहने की जरूरत है. अगर हम खुद सावधान रहेंगे तो शायद साइबर ठग न तो हमें अपना शिकार बना पाएंगे और न हमारे साथ साइबर फ्रॉड जैसी घटनाएं होंगी.

कोई भी बैंक ग्राहकों से नहीं मांगता ऐसी डीटेल्स

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उपभोक्ता विभाग (Consumer Department) ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर कुछ बेहतरीन टिप्स शेयर की हैं, जिसे ध्यान में रख लिया तो शायद साइबर ठग आपको कभी भी शिकार नहीं बना पाएंगे. साइबर फ्रॉड से सुरक्षित रहने के लिए किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ अपनी पर्सनल और बैंक से जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारी शेयर न करें. संभव हो तो अपने किसी जानकार के साथ भी बैंकिग डीटेल्स शेयर न करें. बता दें कि देश का कोई भी बैंक अपने ग्राहकों से OTP, PIN और पासवर्ड नहीं पूछता है. अगर कोई व्यक्ति खुद को बैंक का कर्मचारी या अधिकारी बताकर आपसे ओटीपी, पिन नंबर या पासवर्ड मांगता है तो समझ जाइए कि वो किसी बैंक का कर्मचारी या अधिकारी नहीं बल्कि एक साइबर ठग है.

भूलकर भी शेयर न करें बैंक खाते से जुड़ी जानकारियां

इसके अलावा अगर आपके पास किसी बैंक, बैंक के कर्मचारी या अधिकारी के नाम से कोई कॉल, मैसेज या ईमेल आए और वो आपको एक लिंक भेजकर KYC करने के लिए कहें तो सतर्क हो जाएं. दरअसल, साइबर फ्रॉड की वारदात को अंजाम देने के लिए ये एक नया तरीका आ गया है. अगर आप ऐसे लिंक पर क्लिक करके अपने बैंक खाते से जुड़ी कोई भी जानकारी शेयर करते हैं तो ये ठग आपके बैंक खाते में जमा सारी रकम को उड़ाने में बिल्कुल भी समय नहीं गंवाएंगे. इसलिए, इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि आपको किसी भी व्यक्ति को, किसी लिंक पर क्लिक करके अपने बैंक से जुड़ी कोई भी जानकारी शेयर नहीं करनी है.