Money Guru: लाइफ में कई बार जरूरत पड़ने पर बैंक या दूसरे वित्तीय संस्थानों से लोन भी लेना पड़ता है. बैंक लोन अपने तय क्राइटेरिया या शर्तों पर देते हैं. लोन लेने में क्रेडिट स्कोर (credit score) की बड़ी भूमिका होती है. अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो लोन मिलने में आसानी होती है.सिबिल स्कोर आपका क्रेडिट स्कोर ही है. आखिर यह कैसे काम करता है और अहम भूमिका निभाता है, इन्हीं मुद्दे पर कम्प्लीट सर्कल कन्सल्टेंट की वेस्ट जोन हेड विकास पुरी से जानते हैं.

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क्या है क्रेडिट स्कोर?

क्रेडिट स्कोर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री बताता है

क्रेडिट स्कोर तीन अंक वाली एक संख्या  है

वित्तीय लेन-देन से तय होता है क्रेडिट स्कोर

बैंक और वित्तीय संस्थान के साथा लेन-देन

सिबिल देश की बड़ी क्रेडिट ब्यूरो कंपनी है

सिबिल स्कोर आपका क्रेडिट स्कोर ही है

क्रेडिट ब्यूरो

TransUnion CIBIL

Equifax

Experian

CRIF Highmark

क्या है आपका स्कोर?

कैसा                  स्कोर

बहुत कम                    600 से कम

कम                            600-649

ठीक                           650-699            

अच्छा                         700-749

बहुत अच्छा                  750-900

क्रेडिट स्कोर किनके पास?

बैंक

फाइनेंशियल संस्थान

इंश्योरेंस कंपनियां

वर्कप्लेस

कैसे तय होता है क्रेडिट स्कोर?

वित्तीय लेन-देन से तय होता है क्रेडिट स्कोर

क्रेडिट स्कोर (credit score) को कई बातें प्रभावित करती हैं

भुगतान का इतिहास निभाता है अहम भूमिका

वक्त पर बिल न भरना, EMI लेट भरना

जरूरत से ज्यादा क्रेडिट कार्ड रखना

क्रेडिट कार्ड का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल

इन सबसे क्रेडिट स्कोर खराब होता है

कम सिबिल स्कोर?

सिबिल स्कोर (cibil score) अगर कम है तो दिक्कत होगी

बैंक से लोन मिलने में मुश्किल पेश आएगी

पर्सनल, बिजनेस लोन के लिए आवदेन दिया है

लोन की मंजूरी/नामंजूरी क्रेडिट स्कोर पर निर्भर

कम स्कोर, लोन नामंजूर होने की आशंका ज्यादा

कम स्कोर का असर लोन की रकम पर भी

कैसे सुधारें सिबिल स्कोर?

क्रेडिट स्कोर CIBIL तय करती है

क्रेडिट स्कोर सुधारना आपके हाथ में

क्रेडिट कार्ड का ड्यू बैलेंस कम रखें

EMIs की समय पर अदायगी करें

हर तरह के लोन का अच्छा अनुपात

ज्यादा असुरक्षित कर्ज लेने से बचें

लोन लेने के लिए ज्यादा आवेदन न करें

सिबिल रिपोर्ट को समझें

सिबिल रिपोर्ट (cibil score) क्रेडिट हिस्ट्री का लेखा-जोखा है

रिपोर्ट में निजी जानकारी,कॉन्टैक्ट का विवरण होता है

रोजगार, लोन अकाउंट,क्रेडिट का पूरा ब्योरा होता है

सिबिल रिपोर्ट को समझें

लोन के लिए आवेदन पर बैंक सिबिल रिपोर्ट जांचते हैं

लोन, क्रेडिट कार्ड भुगतान के आधार पर बनती है रिपोर्ट

बैंक/वित्तीय संस्थान हर महीने एजेंसी को जानकारी देते है

सिबिल रिपोर्ट कर्जदाताओं को प्रदान की जाती है

लोन आवेदन की समीक्षा सिबिल रिपोर्ट के आधार पर

सिबिल रिपोर्ट से लोन मंजूर/नामंजूर का फैसला लेते हैं

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

सिबिल स्कोर vs सिबिल रिपोर्ट

सिबिल स्कोर सिबिल रिपोर्ट की 3 अंकों की समरी होती है

यह क्रेडिट हिस्ट्री (credit score) और पूर्व में पेमेंट की जानकारी देता है  

सिबिल रिपोर्ट में निजी जानकारी, कॉन्टैक्ट की डिटेल

रोजगार, लोन अकाउंट, क्रेडिट का पूरा ब्योरा होता है

CIBIL रिपोर्ट-कैसे चेक करें?

CIBIL की साइट पर रिपोर्ट चेक कर सकते हैं

www.cibil.com पर जाएं

नाम, ईमेल ID डालें और एक पासवर्ड बनाए

पहचान पत्र,पिन कोड,DOB,मोबाइल नं डालें

मोबाइल पर मिले OTP को भरें

आपका सिबिल स्कोर आपके सामने आ जाएगा.