मोदी सरकार के बैंक आफ बड़ौदा (BOB) में देना बैंक और विजया बैंक के विलय के प्रस्‍ताव को बॉब के निदेशक मंडल की मंजूरी मिल गई है. साथ ही निदेशक मंडल ने यह भी तय किया है विजया बैंक व देना बैंक के शेयरधारकों को बॉब के इक्विटी शेयर 11 मार्च को जारी और आवंटित किए जाएंगे. बॉब का कहना है कि इससे सबसे ज्‍यादा फायदा तीनों बैंकों के ग्राहकों को होगा. उन्‍हें ढेरों ऑफर मिलेंगे ताकि उनके निवेश पर अच्‍छा रिटर्न मिले. आइए जानते हैं बैंकों के विलय से आपकी बैंकिंग कितनी सहज और आकर्षक होगी, 4 बिन्‍दुओं में : 

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1-जानकारों की मानें तो बैंकों के विलय से ग्राहकों के लिए सेवाओं का दायरा काफी व्‍यापक हो जाएगा. देश के दक्षिणी हिस्‍से में विजया बैंक का नेटवर्क मजबूत है. वहीं नॉर्थ व वेस्‍ट पार्ट में बॉब का नेटवर्क बड़ा है. ऐसे में इन तीनों बैंकों के ग्राहकों को पूरे भारत में आसानी से सेवाएं मिल सकेंगी. वहीं बैंक एटीएम के रखरखाव और कैश अपलोड में आसानी होगी. सभी एटीएम का परिचालन 1 बैंक के पास आ जाएगा.

2-बॉब का विदेश में भी बड़ा नेटवर्क है. उसकी शाखाएं घाना, न्यूजीलैंड, बोत्सवाना, यूके, न्यूयॉर्क, केन्‍या, सऊदी अरब, यूगांडा, सिडनी, ब्रसेल्‍स में हैं. इससे विजया बैंक और देना बैंक के ग्राहकों को बॉक के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का लाभ मिलेगा. विलय के बाद नए बैंक के पास देश-विदेश में कुल 9,485 शाखाएं हो जाएंगी.

3-बैंकों के मर्जर के बाद बनने वाला बैंक देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक होगा. इससे बैंक की वर्किंग कैपिटल बढ़ जाएगी, जिससे ग्राहकों को आसानी से कर्ज मिल सकेगा. सरकार का कहना है कि इस विलय से बैंक के ग्राहकों की संख्या बढ़ेगी. इससे बैंक कर्मियों को भी लाभ होगा.

4-नए बनने वाले बैंक के पास कुल कर्मियों की संख्या बढ़कर 85,000 हो जाएगी. इससे ग्राहकों को सहज बैंकिंग सेवा मिलेगी. साथ ही जिन शाखों पर ग्राहकों का दबाव ज्‍यादा है, वहां कर्मियों का वर्क लोड घटेगा. आने वाले समय में देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक ग्राहकों के लिए फाइनेंशियल असिस्टेंस के लिए भी अपने कर्मियों की नियुक्ति कर पाएगा.