Indian Overseas Bank Q2 results: पब्लिक सेक्टर के इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) का चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही का शुद्ध लाभ (Indian Overseas Bank Q2 profit) दोगुना से ज्यादा होकर 376 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 148 करोड़ रुपये था. पीटीआई की खबर के मुताबिक, समीक्षाधीन अवधि के दौरान बैंक आईओबी रिजर्व बैंक की त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (PCAF) से भी बाहर आया.

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बैंक का कुल इनकम

खबर के मुताबिक, बैंक ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि सितंबर में खत्म हुई दूसरी तिमाही में उसकी कुल इनकम 5,376 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले इसी अवधि में 5,431 करोड़ रुपये थी. संपत्ति के मामले में बैंक ने शुद्ध गैर-निष्पादित आस्तियां (नेट एनपीए) को लेकर अच्छा प्रदर्शन किया. 

एनपीए में आया सुधार

30 सितंबर, 2021 तक कुल लोन पर बैंक का शुद्ध एनपीए 2.77 प्रतिशत रहा, जो एक साल पहले 4.30 प्रतिशत था. आईओबी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि शुद्ध एनपीए 2.77 प्रतिशत है जो आरबीआई के निर्धारित दिशानिर्देशों के भीतर है. इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) को बीते सितंबर में बड़ी राहत देते हुए रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंक को प्रॉम्प्ट करेक्टिव एक्शन फ्रेमवर्क (PCAF) से बाहर कर दिया. बैंक को यह राहत विभिन्न पैरामीटर पर सुधार और उसके मिनिमम कैपिटल नॉर्म्स के पालनको लेकर उसके लिखित प्रतिबद्धता के बाद मिली.

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आईओबी का शेयर 

इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) का शेयर भाव बुधवार को 1.35 प्रतिशत की मजबूती के साथ 22.50 रुपये के लेवल पर बंद हुआ. बैंकों पर PCA तब लगाया जाता है, जब वह रेगुलेटरी से जुड़े कुछ नियमों का पालन नहीं करते हैं, जैसे रिटर्न ऑन एसेट, मिनिमम कैपिटल और एनपीए की मात्रा आदि.