Bank Loan Transfer: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में रेपो रेट में इजाफा किया है और रेपो रेट को बढ़ाने के बाद कई बैंक अब अपने लेंडिंग रेट में इजाफा कर रहे हैं. ऐसे में बैंकों से होम लोन महंगा पड़ रहा है. अगर आपको भी आपके बैंक से लिया गया होम लोन महंगा पड़ रहा है और आप अपने बैंक की सर्विस (Bank Services) से परेशान हैं तो आप अपना बैंक लोन ट्रांसफर करा सकते हैं. इसके लिए आपको ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं है. पुराने बैंक से नए बैंक में लोन ट्रांसफर कराने की प्रक्रिया काफी आसान है. 

कैसे करें लोन ट्रांसफर (Loan Transfer)

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लोन ट्रांसफर करने के लिए आपको किसी नए बैंक को चुनना होगा, जहां आप अपनी नई EMI भरेंगे. नए बैंक में हो सकता है आपको कम EMI देनी पड़ रही हो तो इससे आपके ब्याज पर आपको कुछ बचत हो सकती है. 

लोन ट्रांसफर करने के लिए पुराने बैंक से फोरक्लोजर का आवेदन देना होता है और फिर पुराने बैंक से अकाउंट स्टेटमेंट और प्रॉपर्टी के कागजात लेने होते हैं. इसके बाद ये सभी कागज नए बैंक में जमा करने होते हैं. 

पुराना बैंक देगा NOC

नए बैंक में ट्रांसफर कराने से पहले पुराना बैंक आपको एक एनओसी या अनापत्ति प्रमाण पत्र देगा. इसके लिए कन्सेंट लेटर भी लिया जा सकता है. ये लेटर नए बैंक में जमा कराना होता है. नए बैंक को सभी कागज देने होते हैं. बता दें कि नए बैंक में लोन ट्रांसफर करने के लिए आपको 1 फीसदी की प्रोसेसिंग फीस देनी होती है. 

नए बैंक को देने होंगे ये कागज

  • केवाईसी के कागज
  • प्रॉपर्टी पेपर
  • लोन बैलेंस
  • ब्याज का कागज
  • आवेदन पेपर

नया बैंक लेता है सहमति पत्र

ये सारी प्रोसेस पूरी होने के बाद नया बैंक आपके पुराने बैंक से सहमति पत्र लेगा और उसी के आधार पर लोन बंद होगा. नए बैंक के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन करना होता है. बैंक की बकाया फीस जमा करें. इसके बाद आपकी नए बैंक से ईएमआई शुरू हो जाएगी.