Government banks strike: सरकारी बैंक (Government banks) कर्मचारियों के संगठनों ने वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर 31 जनवरी से दो दिन की हड़ताल की चेतावनी दी है. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU) ने इस हड़ताल का आह्वान किया है. यह ऑल इंडिया बैंक आफिसर्स कान्फेडरेशन (AIBOC), ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉइज एसोसिएशन (AIBEA) और नेशनल आर्गनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स समेत नौ कर्मचारी संगठनों का निकाय है. पीटीआई की खबरों के मुताबिक, एआईबीओसी के अध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा कि मुख्य श्रम आयुक्त के समक्ष सोमवार को हुई बैठक बेनतीजा रही. इसीलिए कर्मचारी संगठनों ने हड़ताल नोटिस को वापस नहीं लिया है.

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बैंक कर्मचारियों के वेतन संशोधन का मामला नवंबर 2017 से लंबित है. एआईबीईए के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने एक बयान में कहा कि भारतीय बैंक संघ (IBA) की तरफ से कोई स्पष्ट प्रतिबद्धता नहीं जताई गयी है. इसके कारण हड़ताल को लेकर दिया गया नोटिस कायम है. उन्होंने कहा, ‘‘आईबीए के अड़ियल रुख के कारण हमारे पास हड़ताल पर जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है. हड़ताल के कारण कामकाज प्रभावित होगा. इसको देखते हुए बैंक ग्राहकों से सहयोग की अपील करते हैं. लेकिन इसे हमपर बैंक प्रबंधन और आईबीए ने थोपा है.’’

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) समेत कई बैंकों ने ग्राहकों को सूचित किया है कि 31 जनवरी से दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल से कामकाज कुछ हद तक प्रभावित होगा. अगर प्रस्तावित हड़ताल होती है, तो यह बजट सत्र शुरू होने के साथ होगी. 2020-21 का बजट 1 फरवरी को पेश किया जाएगा.

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अगर आपका बैंक से जुड़ा कोई काम इन तारीख में होना है तो बेहतर होगा कि अपने काम 31 जनवरी और 1 फरवरी से पहले ही निपटा लें. इससे आपको ही सुविधा होगी और परेशान होने से बच जाएंगे. बैंककर्मी अपनी मांगों को लेकर कई बार अपनी बात सरकार के सामने रखते आए हैं. आने वाले दिनों में अब सरकार के रुख पर ही बैंक हड़ताल निर्भर करने की उम्मीद है.