15वें वित्त आयोग के चेयरमैन एनके सिंह की अगुवाई में आयोग के सदस्यों की आठ-नौ मई को मुंबई में रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास और विभिन्न बैंकों एवं वित्त संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक होगी. दो दिवसीय इस बैठक में वित्त आयोग केंद्रीय बैंक और दूसरे बैंकों एवं वित्त संस्थानों के साथ वृहद आर्थिक मुद्दों, वित्तीय स्थिरता और केन्द्र तथा राज्य सरकारों की उधार लागत से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करेगा. 

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इस दौरान बाजार शक्तियों के मुताबिक चलने वाली उधार दर और राज्यों के रिण दायरे को लेकर भी चर्चा छिड़ सकती है. इसके अलावा बैंक के पुनर्पूंजीकरण और रिजर्व बैंक के पास उपयुक्त अधिशेष पूंजी का स्तर तथा सरकार को हस्तांतरण को लेकर बिमल जालान समिति की रिपोर्ट और उसके बाद के संभावित परिदृश्य के बारे में भी विचार विमर्श हो सकता है. 

बैठक में सरकार को हस्तांतरित किये जा सकने वाले अधिशेष और लाभांश के बारे में रिजर्व बैंक के खुद के आकलन पर भी चर्चा की जा सकती है. 

वित्त आयोग के साथ रिजर्व बैंक गवर्नर और दूसरे बैंकों और वित्त संस्थानों की होने वाली इस बैठक में भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, सैंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, कोटक महिन्द्रा बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और आईडीबीआई बैंक के प्रतिनिधि उपस्थित होंगे.