साइबर फर्जीवाड़ा एक बड़ा सिरदर्द बन गया है. साइबर स्कैमर्स जहां नए-नए तरीके खोजकर लोगों को चूना लगा रहे हैं. वहीं, कई मौकों पर एक छोटी सी भूल के चलते आपके पैसे किसी दूसरे के खातों में चले जाते हैं. ऐसे में सरकार ने इस मोर्चे पर काम करना शुरू कर दिया है.  अब फ्रॉड होने पर या ग़लत तरीके से दूसरे खाते में ट्रांसफर होने पर पैसे वापस मिलना आसान होगा. सरकार ने वित्तीय संस्थानों के साथ एक अहम बैठक की है.  

एक्शन प्लान पर चल रहा है काम, डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंस सर्विस के साथ हुई रिव्यू बैठक

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वित्तीय संस्थानों में बढ़ते ऑनलाइन फ्रॉड को लेकर डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंस सर्विसेज़ में रिव्यू बैठक हुई. इसमें सभी बैंकों के लिए एक मानक (SoP) और एक्शन प्लान बनाने पर काम चल रहा है.  बैंक और वित्तीय संस्थान स्टैंडर्ड फॉर्मेट में जानकारी एनफोर्समेंट एजेंसी के साथ जानकारी शेयर करेंगे. वित्तीय संस्थानों में बढ़ते ऑनलाइन फ्रॉड को लेकर डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंस सर्विसेज में रिव्यू बैठक हुई है. बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट 10 डिजिट का नंबर जारी करेंगे. वहीं, कॉमर्शियल और प्रमोशनल एक्टिविटी के लिए  “140xxx” सीरीज का इस्तेमाल होगा. 

स्टैंडर्ड फॉर्मेट में देनी होगी सूचना, CFCFRMS से जुड़ेंगे बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट 

बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट्स को फ्रॉड की सूचना एक स्टैंडर्ड फॉर्मेट में देनी होगी. इसके अलावा बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट को नागरिक फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग मैनेजमेंट सिस्टम (CFCFRMS) से जुड़ने के लिए कहा जाएगा. इसके अलावा नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल को CFCFRMS से भी जोड़ने का सुझाव दिया गया है. धोखाधड़ी के मामलों में त्वरित समाधान के लिए 14सी समन्वय के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति पर प्रगति देखी गई है.

DOT ने थोक SMS भेजने का किया विश्लेषण, 19,776 प्रमुख संस्थानों को किया ब्लैकलिस्ट

DoT ने थोक एसएमएस भेजने वाली 35 लाख प्रमुख संस्थाओं का विश्लेषण किया है. इनमें से, दुर्भावनापूर्ण एसएमएस भेजने में शामिल 19,776 प्रमुख संस्थाओं को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है. 30,700 एसएमएस हेडर और 1,95,766 एसएमएस टेम्पलेट्स को डिस्कनेक्ट कर दिया गया है. सरकार के मुताबिक अब तक, 500 से अधिक गिरफ्तारियां की गई हैं, लगभग 3.08 लाख सिम ब्लॉक किए गए हैं, लगभग 50 हजार आईएमईआई ब्लॉक किए गए हैं, और अप्रैल 2023 से 592 फर्जी लिंक/एपीके और 2,194 यूआरएल ब्लॉक किए गए हैं. 

दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने फर्जी/जाली दस्तावेजों पर लिए गए मोबाइल कनेक्शन का पता लगाने के लिए एआई/एमएल आधारित इंजन अस्त्र (Astra) विकसित किया है.लगभग 1.40 लाख मोबाइल हैंडसेट या तो डिसकनेक्ट हुए मोबाइल कनेक्शन से जुड़े हैं या साइबर-अपराध/वित्तीय धोखाधड़ी में दुरुपयोग किए गए हैं. इन सभी कनेक्शन को ब्लॉक कर दिया गया है.