Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी मान्यता देने पर चल रही चर्चा के बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) के गवर्नर शक्तिकांता दास (Shaktikanta Das) ने चेतावनी दी है. उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी ( Cryptocurrency ) को लेकर कहा क्रिप्टोकरेंसी ने आरबीआई के लिए गंभीर चिंताएं पैदा की हैं. दास ने कहा कि एक रेगुलेटर के तौर पर RBI के सामने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कई तरह के चैलेंज हैं. माइक्रोइकोनॉमिक संतुलन और वित्तीय स्थिता दोनों लिहाज से क्रिप्टोकरेंसी गंभीर खतरा हो सकती है.

बढ़ा चढ़ाकर बताई जा रही है निवेशकों की संख्या

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

शक्तिकांता दास (Shaktikanta Das) ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में निवेशकों की संख्या को बढ़ा चढ़ाकर बताया जा रहा है. हालांकि, वॉल्यूम निश्चित तौर पर बढ़ता जा रहा है. बड़ी तादाद में ऐसे निवेशक हैं, जिन्होंने क्रिप्टोकरेंसी में 1000 या 2000 रुपए लगाए हैं. PTI की खबरे के मुताबिक, शक्तिकांता दास ने BFSI समिट में कहा कि आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency report) पर सरकार को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है. क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार सक्रियता से विचार कर रही है. हालांकि, दास से जब यह पूछा गया कि जब क्रिप्टो इंडस्ट्री पर नियमन की बात आएगी तो क्या आरबीआई इसे रेगुलेट करेगा तो उन्होंने इस पर टिप्पणी से इनकार कर दिया.

RBI की चिंता बढ़ी

मई 2021 में शक्तिकांता दास ने कहा था कि बाजार में जिस तरह से क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में ट्रेड हो रहा है उसे केंद्रीय बैंक को भारी चिंता है. आरबीआई की डिजिटल करेंसी एक बात है और क्रिप्टोकरेंसी दूसरी. सरकार और आरबीआई, दोनों वित्तीय स्थिरता (Financial balance) को लेकर प्रतिबद्ध हैं. हमने इन क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी चिंताओं के बारे में सरकार को जानकारी दी है.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

डिजिटल करेंसी पर काम कर रहा है RBI

दास के मुताबिक, RBI एक फिएट करेंसी के डिजिटल वर्जन (Indian Digital currency) पर काम कर रहा है. इस बात का आकलन किया जा रहा है कि डिजिटल करेंसी (Digital currency) लाने पर वित्तीय स्थिरता पर क्या असर पड़ सकता है. हालांकि, सरकार और केंद्रीय बैंक की तरफ से चिंताओं के बावजूद निवेशकों में क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज लगातार बढ़ रहा है. 

3 ट्रिलियन डॉलर के पार निकला क्रिप्टोकरेंसी का बाजार

दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी में बढ़ रहे निवेश की वजह से इसका मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर के पार चला गया है. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश बढ़ने से CoinDCX जैसा स्टार्टअप अगस्त में ही यूनिकॉर्न बन गया था. ऐसे ही अक्टूबर 2021 में CoinSwitch kuber भी यूनिकॉर्न की लिस्ट में शामिल हो गई है.