सार्वजनिक क्षेत्र के कॉरपोरेशन बैंक को सरकार की ओर से 9,086 करोड़ रुपये की नई पूंजी देने की घोषणा की गई है. इससे बैंक को उम्मीद है कि वह रिजर्व बैंक (RBI) की त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (PCA) रूपरेखा से इसी तिमाही में बाहर आ जाएगा. इस प्रावधान के रहने से बैंकों के कर्ज देने पर कुछ अंकुश रहता है. कॉरपोरेशन बैंक की प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी पी वी भारती ने कहा कि इस कोष का इस्तेमाल प्रावधान बढ़ाने के लिए किया जाएगा.

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चालू वित्त वर्ष में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पुनर्पूंजीकरण के तीसरे दौर में सबसे बड़ा लाभार्थी कॉरपोरेशन बैंक ही है. उसे सरकार से 9,086 करोड़ रुपये की पूंजी प्राप्त होगी. भारती ने भारतीय बैंक संघ (आईबीए) द्वारा आयोजित बैंकिंग प्रौद्योगिकी बैठक के मौके पर अलग से बातचीत में कहा कि इस पूंजी निवेश से हमें मार्च तिमाही में ही पीसीए से बाहर निकलने में मदद मिलेगी. यदि एस्सार स्टील का निपटान चालू वित्त वर्ष में नहीं भी होता है, हमारी शुद्ध गैर- निष्पादित आस्तियां (NPA) 6% से नीचे रहेंगी. हम इस राशि का इस्तेमाल अतिरिक्त प्रावधान करने के लिए करेंगे.

उन्होंने कहा कि बैंक की रिकवरी बेहतर हुई है और उसका शुद्ध एनपीए स्तर दिसंबर 2018 में घटकर 11.47 प्रतिशत पर आ गया. चालू वित्त वर्ष में शुरुआती नौ माह के दौरान बैंक ने 4,600 करोड़ रुपये की रिकवरी हासिल की है. आने वाली तिमाहियों में और वसूली होने की उम्मीद है.