कई बार ऐसा होता है कि लोगों के पास बैंक खातों (Savings Account) की संख्या ज्यादा होने लगती है. नौकरीपेशा लोगों के साथ अक्सर ये दिक्कत होती है, क्योंकि कई बार नौकरी बदलने पर नए बैंक में उनका खाता खुलवा दिया जाता है. ऐसे में आपको कुछ खाते बंद करवा देना चाहिए, क्योंकि उस पर सालाना चार्ज, कार्ड का चार्ज जैसे कई चार्ज लगते हैं. खासकर आपको उन खातों को तो जरूर बंद (Savings Account Closure) करवाना चाहिए, जिनमें न्यूनतम बैलेंस (Minimum Balance) भी रखना जरूरी होता है. वैसे तो बैंक खाता बंद करवाना बहुत ही आसान है, लेकिन अगर कुछ बातों का ध्यान ना दें तो उसे बंद होने में हफ्तों का वक्त लग जाता है.

बैंक खाता बंद कराते वक्त ध्यान रखें ये बातें

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बैंक खाते से कई बार दूसरी ट्रांजेक्शन जुड़ी होती हैं तो कई बार कुछ भुगतान बकाया होता है. ऐसे में आपको बैंक खाता बंद करवाते वक्त इन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

1- पेंडिंग ट्रांजेक्शन

अगर आपके खाते पर कोई ट्रांजेक्शन पेंडिंग है, तो आपको उसके एक्जिक्यूशन तक रुकना होगा. जैसे अगर आपके खाते पर चेक लगा है और वह क्लीयर नहीं हुआ है तो आप खाता बंद नहीं करा पाएंगे. तो खाता बंद कराने से पहले बैंक से ये कनफर्म कर लें कि कोई पेंडिंग ट्रांजेक्शन ना हो और अगर हो तो उसे पूरा कर दें.

2- बैंक खाते में निगेटिव बैलेंस

वैसे तो भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि किसी भी खाते में बैलेंस निगेटिव नहीं होना चाहिए, लेकिन कई बैंक इसे अभी भी नहीं मानते हैं या ये भी कह सकते हैं कि मान नहीं पा रहे. अगर किसी खाते में मिनिमम बैलेंस रखना जरूरी होता है, तो उसके नॉन-मेंटेनेंस की वजह से अक्सर खाता निगेटिव में चला जाता है. ऐसे में अगर आप बैंक खाता बंद कराना चाहते हैं तो आपको पहले वह भुगतान करना होगा. उसी के बाद आपके बैंक खाते को बंद करा सकते हैं.

3- क्लोजिंग चार्ज देना पड़ सकता है

अगर आप किसी बैंक खाते को बंद कराना चाहते हैं तो उसके लिए कई बैंक क्लोजिंग चार्ज भी लेते हैं. यह चार्ज अलग-अलग हो सकता है. तो खाता बंद कराते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि आपको कुछ अकाउंट क्लोजिंग चार्ज भी देना पड़ सकता है. कई बार एक तय सीमा के बाद बैंक खाता बंद कराने पर कोई चार्ज नहीं लगता, तो आप कुछ समय रुककर इस चार्ज से बच सकते हैं.

4- मंथली पेमेंट मैंडेट

अगर आपके खाते पर कोई मंथली पेमेंट मैंडेट एक्टिव है तो आपको सबसे पहले उसे इनएक्टिव कराना होगा. इसके बिना खाता बंद नहीं होगा और अगर हो भी गया तो आपका ही नुकसान होगा, क्योंकि फिर वह मंथली मैंडेट रुक सकता है. यह मंथली पेमेंट मैंडेट आपके इंश्योरेंस का प्रीमियम, घर की ईएमआई, किसी लोन की ईएमआई आदि हो सकते हैं.

5- बैंक लॉकर रेंटल से लिंकिंग

कई ग्राहक ऐसे होते हैं जो बैंक लॉकर की सुविधा लेते हैं. इन बैंक लॉकर को किसी बैंक खाते के साथ लिंक किया जाता है, ताकि वहां से लॉकर का रेंटल ऑटोमेटिक तरीके से आता रहे. अगर आपने भी यह सुविधा ली है तो पहले अपने बैंक लॉकर को बंद कराए जाने वाले खाते से अलग करें, उसके बाद ही खाता बंद करने के लिए आवेदन करें.

6- स्टेटमेंट करें डाउनलोड

कई बार आप जिस बैंक खाते को बंद करने जा रहे हैं, भविष्य में उसकी पासबुक या स्टेटमेंट की जरूरत पड़ सकती है. ऐसे में आपको खाता बंद कराने से पहले तमाम डॉक्युमेंट्स डाउनलोड कर लेने चाहिए या पासबुक अपडेट करा लेनी चाहिए, ताकि बाद में दिक्कत ना हो, क्योंकि एक बार खाता बंद हो जाने के बाद उसे दोबारा एक्सेस नहीं किया जा सकता है, साथ ही उससे जुड़े तमाम दस्तावेज भी एक्सेस नहीं हो सकते हैं.

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