Children's Day 2022: आज देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू (Jawahar Lal Nehru) का जन्मदिन है और इस मौके पर देशभर में चिल्ड्रन्स डे (Children's Day) मनाया जाता है. चिल्ड्रन्स डे के मौके पर बच्चों की फाइनेंशियल ग्रोथ और आर्थिक आजादी को लेकर सोचना बेहद जरूरी है. आर्थिक आजादी की बात करें तो इसके लिए सबसे पहले आपके बच्चे के पास होना चाहिए एक बैंक अकाउंट. ये बैंक अकाउंट सेविंग्स के लिए अच्छा ऑप्शन हो सकता है, यहां आप अपने बच्चे के नाम पर थोड़ा-थोड़ा अमाउंट डालकर उसके बड़े होने तक एक अच्छा कॉर्पस तैयार कर सकते हैं. ऐसे में जानते हैं कि बच्चों के लिए बैंक अकाउंट कैसे खोल सकते हैं और इसके क्या फायदे हो सकते हैं. 

बच्चों के लिए बैंक खाता क्यों जरूरी?

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चिल्ड्रन डे के मौके पर पहले जानते हैं कि बच्चों का बैंक खाता खुलवाना क्यों जरूरी है और इसके क्या फायदे हो सकते हैं. इस खाते में बच्चों के भविष्य के लिए पैसा इकट्ठा किया जा सकता है. इसके अलावा स्कूलों में मिलने वाली छात्रवृत्ति, प्रोत्साहन की राशि या बच्चों से जुड़ी किसी भी योजना की धनराशि को सीधा बैंक अकाउंट में डलवा सकते हैं.

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बच्चों के नाम पर जो अकाउंट खोला जाता है, उसे माइनर अकाउंट कहा जाता है और 18 साल से कम उम्र वाले बच्चे इस अकाउंट का फायदा उठा सकते हैं. यहां जान सकते हैं कि माइनर अकाउंट खुलवाने की प्रोसेस क्या है. 

कौन खोल सकता है ये बैंक खाता?

किसी भी बच्चे के माता-पिता अपने बच्चे के नाम पर बैंक खाता खुलवा सकते हैं. इसके अलावा अगर कोई कानूनी रूप से अभिभावक हैं तो वो भी अकाउंट खुलवा सकते हैं. वहीं नाबालिग और गार्जियन का ज्वाइंट अकाउंट भी खुल सकता है. इसके अलावा 10 साल या उससे ज्यादा की उम्र का नाबालिग अपने नाम से बैंक खाता खुलवा सकता है, हालांकि वो इस खाते को खुद ऑपरेट कर सकता है. 

बैंक खाता खोलने की प्रोसेस

  • जैसे नॉर्मल खाता खुलता है, वैसे ही माइनर अकाउंट खुल सकता है
  • खाता खुलवाने के लिए ओपनिंग फॉर्म भरने की जरूरत होती है
  • इस फॉर्म में बच्चे की पूरी जानकारी देनी है
  • बच्चे का नाम, पता, उम्र, अभिभावक की जानकारी देनी है

इन डॉक्यूमेंट्स की पड़ती है जरूरत

  • नाबालिग की उम्र का प्रमाणपत्र
  • गार्जियन का केवाईसी
  • नाबालिग का आधार कार्ड

अकाउंट की देख-रेख कौन करेगा?

जब तक बच्‍चे की उम्र 10 साल से कम है, तब तक उसके अकाउंट को उसके माता-पिता या लीगल गार्जियन जो भी हैं, वो ऑपरेट करते हैं. 10 साल की उम्र के बाद नाबालिग खुद अपने खाते को ऑपरेट कर सकता है. नाबालिग की उम्र 18 साल होने के बाद इस अकाउंट को सामान्‍य सेविंग अकाउंट में कन्‍वर्ट कर दिया जाता है. बालिग होने के बाद अकाउंट होल्‍डर को अपनी केवाईसी डीटेल्‍स के साथ फिर से आवेदन करना होता है.