LIC Claim Biparjoy Cyclone: इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI के निर्देश के बाद, भारतीय जीव बीमा निगम (LIC) ने चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के पीड़ितों को राहत देने के लिए अपने नियमों में ढील दी है. इसके साथ ही LIC ने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के दावेदारों के लिए भी क्लेम आसान बनाने के लिए नियमों में ढील देकर राहते देने की योजना बनाई है. LIC ने एक बयान में कहा कि लोगों की मदद करने के लिए वह खुद पीड़ितों तक पहुंच रही है. हालांकि इस चक्रवात से जान-माल का नुकसान न्यूनतम रहा है. 

पीड़ितों के दावे के लिए बनाया लिंक

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LIC ने बताया कि इसके लिए राज्य सरकार के संबंधित मुख्य/सचिव/अधिकारी से संपर्क करने के लिए मंडल स्तर पर नोडल अधिकारियों को नामित किया गया है. LIC ने Biparjoy Cyclone के कारण उत्पन्न होने वाले दावों को ऑनलाइन जमा करने के लिए एक पोर्टल लिंक भी बनाया है.

गृह मंत्री ने किया दौरा

गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात में भुज से मांडवी और जखाऊ तक चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. मांडवी में, केंद्रीय गृह मंत्री ने सिविल अस्पताल का दौरा किया, जहां चक्रवात आने से पहले गर्भवती महिलाओं को लाया गया था. अमित शाह ने अस्पताल के वार्डों का दौरा किया और गर्भवती महिलाओं और उन महिलाओं से बात की जिन्होंने चक्रवात के दौरान बच्चों को जन्म दिया है. उन्होंने एक गांव का दौरा भी किया और उन किसानों से मुलाकात की, जिनकी फसल को चक्रवात के कारण नुकसान पहुंचा है.

केन्द्रीय गृह मंत्री ने NDRF और SDRF द्वारा किए गए काम की प्रशंसा करते हुए कहा कि एनडीआरएफ की 19, एसडीआरएफ की 13 और रिज़र्व 2 बटालियन ने अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाने का काम किया. उन्होंने कहा कि सेना, नौसेना, एयरफोर्स, कोस्ट गार्ड, बीएसएफ, स्टेट रिज़र्व पुलिस और राज्य पुलिस ने NDRF और SDRF के साथ पूरे समन्वय के साथ काम किया.

टीम वर्क से बची जान

इसके बाद भुज में ही एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाले तूफान बिपोरजॉय में एक भी व्यक्ति की जान नहीं गई, ये बहुत संतोष की बात है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने निरंतर गृह मंत्रालय, गुजरात सरकार और सभी ऐजेंसियों का मार्गदर्शन किया और इस आपदा से कम से कम नुकसान के साथ बाहर आना टीम वर्क का एक क्लासिक उदाहरण है.

जखाऊ में शाह ने एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का दौरा किया, जहां लगभग 200 ग्रामीणों को रखा गया है, शाह ने ग्रामीणों को दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली. ग्रामीणों ने चक्रवात आने से पहले और उसके दौरान उनके लिए की गई अच्छी व्यवस्था के लिए केंद्रीय गृह मंत्री और स्थानीय प्रशासन को धन्यवाद दिया.

बिपरजॉय से हुआ कितना नुकसान

शाह ने कहा कि तूफान में सिर्फ 47 लोग मामूली रूप से घायल हुए हैं और 234 पशों की मृत्यु हुई है. उन्होंने कहा कि साइक्लोन के मद्देनज़र 3400 गांवों में बिजली आपूर्ति रोकी गई थी, उनमें से 1600 गांवों में आपूर्ति को 24 घंटे से भी कम समय में बहाल कर दिया गया है और 20 जून तक सभी गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल हो जाएगी. उन्होंने कहा कि तूफान आने से पहले ही 1206 गर्भवती महिलाओं को संवेदना के साथ सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया गया और उन सभी महिलाओं ने उन्हें दी गई सुविधाओं पर संतोष व्यक्त किया है. 

उन्होंने कहा कि इस आपदा के दौरान 707 सफल प्रसव हुए हैं. इसके अलावा कुल 1,08,208 नागरिकों और 73,000 मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. 3,27,890 वृक्षों की समय पर छंटाई कर दी गई थी ताकि तूफान के दौरान तेज़ हवा के कारण ये ना गिरें. सभी ज़िलों में कुल 4317 होर्डिंग्स को समय पर हटा लिया गया. उन्होंने कहा कि लगभग 21,585 नौकाओं को समय पर समुद्र से निकाल लिया गया था और एक लाख से अधिक मछुआरों को तट पर लाकर उनकी जान बचाने का काम किया गया.

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