Banking News: वित्त मंत्रालय (Financial Ministry) ने सरकारी बैंकों से शुक्रवार को कहा कि वे बाजार से पूंजी जुटाकर अपने बही-खाते को मजबूत करें. पूंजी बढ़ने से बैंकों को अपने कारोबार का विस्तार करने और उत्पादक क्षेत्रों को ज्यादा लोन देने में मदद मिलेगी. वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) सचिव संजय मल्होत्रा ​​ने मंथन 2022 में सरकारी बैंकों (government banks) के बड़े अधिकारियों को संबोधित करते हुए उम्मीद जताई कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक लाभ सहित सभी मानकों पर बेहतर प्रदर्शन करने का प्रयास करेंगे.

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बैंकों को आपस में अधिक सहयोग करना चाहिए

खबर के मुताबिक, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी बैंकों से पूंजी जुटाकर उधार देने की क्षमता बढ़ाने को कहा था. मल्होत्रा ​​ने बैंकों से बही-खाते को और मजबूत करने और बाजारों से पूंजी जुटाने का आग्रह किया. उन्होंने सुझाव दिया कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को आपस में अधिक सहयोग करना चाहिए और बड़े बैंकों को छोटे बैंकों का मार्गदर्शन करना चाहिए.

कस्टमर फोकस रणनीतियों पर गौर करना जरूरी

भारतीय बैंक संघ (आईबीए) ने एक बयान में कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (government banks) के बड़ा अधिकारियों के साथ क्षेत्र से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श और अगली पीढ़ी के सुधारों को आगे बढ़ाने को लेकर मंथन 2022 का आयोजन किया गया. इससे पहले, इसका आयोजन 2019 में हुआ था. 

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सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का पहला मंथन कार्यक्रम 2014 में हुआ था. मल्होत्रा ने सुझाव दिया कि बैंकों (Banking News) को लंबे समय में होने वाले लाभ और कस्टमर फोकस रुख को लेकर रणनीतियों पर गौर करना चाहिए.