देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of baroda) के बाद इलाहाबाद बैंक (Allahabad Bank) ने अपनी ब्याज दरों में (MCLR) में 0.05 प्रतिशत की कटौती की है. नई दरें 14 फरवरी से लागू होंगी. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बैंक ने कहा कि 1 साल की मैच्‍योरिटी वाले कर्ज का MCLR अब 8.30 प्रतिशत से कम होकर 8.25 प्रतिशत पर आ गया है. इसी तरह 1 दिन, 3 तहीने और 6 महीने का MCLR कम होकर 8.10 प्रतिशत पर आ गया है. 1 महीने की मैच्‍योरिटी का कर्ज का एमसीएलआर बदला नहीं गया है. इससे पहले Bank of baroda ने 1 साल की अवधि पर आधारित उधारी दर में यानी MCLR में 0.10 प्रतिशत की कटौती की थी. 

बैंक ऑफ बड़ौदा ने यह फैसला तब किया है जब हाल में 6 फरवरी को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मौद्रिक समीक्षा पॉलिसी में नीतिगत ब्याज दर यानी रेपो रेट (repo rate) में कोई बदलाव नहीं किया. रेपो रेट इस वक्त 5.15 प्रतिशत है. रेपो रेट वह ब्याज दर है जिस पर भारतीय रिजर्व बैंक कॉमर्शियल बैंकों (commercial banks) को उधार देता है. 

ओवरनाइट एमसीएलआर दर 0.10 प्रतिशत घटकर अब 7.55 प्रतिशत हो गई है. बैंक के मुताबिक, ब्याज दर में कटौती के बाद, 1 साल की MCLR 8.25 प्रतिशत से घटकर 8.15 प्रतिशत पर आ गई है. एक महीने के लिए दर पांच बेसिक प्वाइंट घटकर 7.55 प्रतिशत हो गया है. इसके अलावा तीन महीने और छह महीने के लिए भी एमसीएलआर रेट में 0.10 प्रतिशत की कटौती की गई है. अब यह क्रमश: 7.70 प्रतिशत और 8 प्रतिशत हो गया है. 

बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने फिक्स्ड डिपॉजिट यानी एफडी (FD) पर ब्याज दर में भी बदलाव किया है. नई दरें 10 फरवरी 2020 से लागू हो चुकी हैं. लेटेस्ट रिवीजन के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा 7 दिनों से लेकर 10 साल तक की मेच्योरिटी वाले डिपॉजिट राशि पर 4.5 प्रतिशत से लेकर 6.25 प्रतिशत तक का ब्याज दे रहा है.

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने भी एमसीएएलआर में कटौती की थी. इसमें पांच बेसिक प्वाइंट कम किया था. यह सभी अवधि के लिए 10 फरवरी से लागू किया गया है. एक साल के लिए एमसीएलआर 7.90 प्रतिशत से घटकर 7.85 प्रतिशत हो गया है. बैंक ऑफ बड़ौदा ने छह महीने तक की अवधि के लिए एमसीएलआर में 10 बेसिक प्वाइंट की कमी की है.