Women Commercial Pilot License: सिविल एविएशन मिनिस्ट्री ने सोमवार को दावा किया कि वर्ष 2023 में जारी किए गए कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL) की कुल संख्या 1622 है, इनमें से 294 महिलाओं को जारी किए गए, जो कुल जारी CPL का 18 प्रतिशत है. राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में सिविल एविएशन स्टेट मिनिस्टर वी के सिंह ने कहा कि वर्ष 2022 की 240 तुलना में वर्ष 2023 में महिलाओं को जारी CPL की संख्या (294 CPL) में 22 फीसदी की वृद्धि हुई है.

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मंत्री ने कहा कि वर्तमान में, विभिन्न भारतीय अनुसूचित और गैर-अनुसूचित ऑपरेटरों के साथ कार्यरत महिला पायलटों की कुल संख्या कुल उड़ान चालक दल की संख्या का लगभग 14 फीसदी है.

पायलटों की संख्या बढ़ाने पर चल रहा काम

उन्होंने कहा, "सिविल एविएशन मिनिस्ट्री और उससे जुड़े संगठनों ने देश में महिला और पुरुष दोनों पायलटों की संख्या बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं."

इनमें पहले चरण में पांच हवाई अड्डों बेलगावी, जलगांव, कालाबुरागी, खजुराहो और लीलाबाड़ी में नौ नए उड़ान प्रशिक्षण संगठनों (FTO) के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा पुरस्कार पत्र जारी करना और दूसरे चरण में भावनगर, हुबली, कडपा, किशनगढ़ और सेलम में पांच हवाई अड्डों पर छह और एफटीओ जारी करना शामिल है.

स्कूली लड़कियों और गरीब परिवार के लिए पहल

सिंह ने कहा, "इसके अलावा, वीमेन इन एविएशन इंटरनेशनल (WAI) - इंडिया चैप्टर एमओसीए, उद्योग और अग्रणी महिला विमानन पेशेवरों के सहयोग से देश भर में कई जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करता है, इसमें स्कूली लड़कियों, खासकर कम आय वाले परिवारों पर विशेष ध्यान दिया जाता है."

कोहरे के कारण फ्लाइट में देरी

वी के सिंह ने कहा कि उड़ानों के रद्द होने और देरी का कारण, खास तौर से दिसंबर 2023 और जनवरी 2024 के दौरान उत्तर भारत में स्थित हवाई अड्डों पर घने कोहरे की स्थिति है. जवाब में मंत्री ने कहा कि विभिन्न हवाईअड्डों पर विजिबिलिटी गिरकर शून्य मीटर हो गई, जिससे विमान संचालन प्रभावित हुआ.

दिल्ली हवाई अड्डे पर रनवे 28/10 की अनुपलब्धता के चलते स्थिति और भी प्रभावित हुई. इस तरह के कैंसिल और देरी ऐसी परिस्थितियों के कारण हुई हैं, जो एयरलाइंस के नियंत्रण से परे हैं.

मंत्री ने आगे कहा कि हालांकि देरी और कैंसिल हो रहे थे, दिल्ली हवाई अड्डा अच्छी तरह से तैयार था और कोहरे से होने वाली देरी के लिए तैयार रहने और प्रतिक्रिया देने के लिए कई उपाय किए गए थे, जिसमें कोहरे के मौसम के दौरान चुनिंदा घंटों के लिए हवाई यातायात पर प्रतिबंध से निपटने को लेकर हवाई अड्डे पर अतिरिक्त 130-140 मैनपावर तैनात करना शामिल था.